न्यूज डेस्क– भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। करोड़ो लोगो की प्रेरणा रहे अटल जी आज हमारे बीच नही है। लेकिन उनकी विचारधारा और उनके द्वारा बनाए गय रास्तो पर आज भी लोग चलते है।
अटल जी की तबीयत पिछले कुछ दिनों से काफी खराब थी। जिसके चलते उन्हे दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। लेकिन क्या आप जानते है। कि अटल बिहारी वाजपेयी के अलावा पिछले 10 दिनों में कई प्रमुख हस्िे हयां अब हमारे बीच नहीं रहीं। बीते कुछ दिनों में भारत ने कई महत्वपूर्ण शख्सियतों को खो दिया है। आपको बता दें कि अचानक इतनी संख्या में हस्ित्वयों का यूं जाना ज्योतिष प्रभाव और ग्रह चाल की ओर संकेत करता है।
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का 89 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। अपने लंबे राजनीतिक करियर में वह करीब चार दशक तक सांसद रहे। उनके निधन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत राजनीति के कई दिग्गजों ने शोक जताया था।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और डीएमके के कद्दावर नेता एम. करुणानिधि का भी 7 अगस्त को निधन हो गया। इनकी उम्र 94 वर्ष की थी। इन्होने चेन्नई के कावेरी अस्पताल में अपनी अंतिम सांसे ली। दक्षिण की राजनीति के स्तंभ कहे जाने वाले करुणानिधि कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन से पूरे तमिलनाडु में शोक की लहर थी साथ ही डीएमके समर्थक विलाप में डूबे हुए है। उनका अंतिम संस्कार चेन्नई के मरीना बीच में किया गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व इंदिरा गांधी के निजी सचिव रहे आर.के धवन ने 6 अगस्त को दुनिया से अलविदा कह दिया। उनकी उम्र 81 बरस की थी। पंजाब यूनिर्सिटी से स्नातक की पढाई कर आर.के धवन 1962 से 1984 तक इंदिरा गांधी के निजी सचिव रहे। इसके बाद वह 1990 में राज्यसभा के लिए चुने गए।
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल बलराम दास (बीडी) टंडन का बीते मगंलवार को हार्टअटैक की वजह से 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अटैके के बाद उन्हे आनन-फानन में रायपुर के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होन दम तोड़ दिया। इन्होने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत साल 1953 में अमृतसर में नगर निगम के पार्षद पद संभालने के साथ की थी। इसके बाद टंडन जी ने पीछे मुड़ कर नही देखा। आगे चलकर इन्होने पंजाब मंत्रिमंडल में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री के रूप में उद्योग, स्वास्थ्य, स्थानीय शासन, श्रम एवं रोजगार आदि विभागों में अपनी सेवाएं दी और कुशल प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया। इतना ही नही वह पंजाब के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके थे।
साहित्य का नोबल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय मूल के प्रसिद्ध लेखक वीएस नायपॉल का रविवार तड़के निधन हो गया था। उन्होंने 85 साल की उम्र में लंदन स्थित अपने घर में आखिरी सांस ली। बता दें कि वीएस नायपॉल यानी विद्याधर सूरज प्रसाद नायपॉल का जन्म 17 अगस्त सन 1932 को ट्रिनिडाड के चगवानस में हुआ था. नायपॉल को 1971 में बुकर प्राइज़ और साल 2001 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
राजनीतिक हस्तियों के अलावा खेल जगत के दिग्गज क्रिकेटर और भारतीय टीम के कप्तान रहे अजीत वाडेकर का 77 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होने मुंबई के जसलोक में अपनी अंतिम सांस ली। अजीत काफी समय से बीमार चल रहे थे। अजीत वाडेकर की गिनती भारत के सफल कप्तानों में होती है। अजीत वाडेकर का जन्म 1 अप्रैल 1941 में मुंबई में हुआ था। वाडेकर ने 1966 से 1974 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत 1958 में की थी, जबकि अंतरराष्ट्री य करियर की शुरुआत 1966 में की थी। पीएम मोदी ने भी उनके निधन पर ट्वीट किया।
आपको बता दें कि आज अटल बिहारी वाजपेयी भी अपने चाहनेवालों को छोड़कर चले गए। अटल बिहारी वाजपेयी 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में लखनऊ से लोकसभा सदस्य चुने गए थे। वो 1999 से 2004 तक बतौर प्रधानमंत्री अपना कार्यकाल पूर्ण करने वाले पहले और अभी तक एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं। 25 दिसंबर, 1924 में जन्मे वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन के जरिए 1942 में भारतीय राजनीति में कदम रखा था। 2009 से ही वह व्हींलचेयर पर थे। वहीं ज्योतिषाचार्य पंडित अरुणेश कुमार शर्मा की माने तो 3 से 17 अगस्त 2018 का समय महामनाओं के लिए भारी बना हुआ है।