बाराबंकीः सरकार के विरोध में उतरे सरकारी डॉक्टर

बाराबंकी —  जिले के प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारी चिकित्सकों द्वारा सरकार की डॉक्टरों के प्रति की जा रही गलत नीतियों और अनावश्यक प्रोमोशन में विलंब के विरोध में एक प्रेस वार्ता बुलाई गई।

जहां डॉक्टरों ने अपनी एक दर्जन मांगो को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार को एक ज्ञापन सौपा हैं । जिलाधिकारी के माध्यम से सरकार को दिए गए ज्ञापन में लगभग 12 सूत्री उनकी रखी गयी हैं ।

वहीं संघ के सचिव डॉ मोहित सिंह व अध्यक्ष डॉ जेटा सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा आएदिन हॉस्पिटल में डाक्टरो के ऊपर अराजकतत्वों द्वारा जानलेवा हमले और उनके साथ मारपीट की जा रही हैं सरकार उन्हें सुरक्षा प्रदान करे जिससे डॉक्टर मरीजों को देख सके। उन्होंने कहा सरकार अगर उनकी मांगे नही मानती हैं तो डीएम के माध्यम से उन्हें  24 को ज्ञापन देंगे उसके बाद भी अगर उनकी सुनवाई नही होती हैं तो 1 अक्टूबर से सरकार के खिलाफ काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे और आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

उन्होंने प्रेस वार्ता के दौरान मांग की हैं की संविदा पर चिकित्सकों को सरकार ढाई लाख रुपयों पर सिर्फ आठ घण्टे के लिए रख रही हैं जबकि सरकारी डॉक्टर्स 24 घण्टे सातों दिन अपनी सेवाएं दे उन्हें सिर्फ 60 से 70 हजार रुपये ही दिए जा रहे हैं उन्हें भी उनके समान किया जाए साथ ही सातवे वेतनमान आयोग के अनुसार प्राप्त मूल वेतनमान का प्रैक्टिस भत्ता 35 प्रतिसत भी उन्हें दिया जाय और नोयडा प्राधिकरण के डॉक्टरों के अनुसार ही उन्हें वाहन भत्ता या 40 लीटर पेट्रोल / डीजल प्रतिमाह उन्हें उपलब्ध करवाया जाए।

उन्होंने कहा दंत विभाग के संवर्ग चिकित्सकों को भी विशिष्ट एसीपी का लाभ 1 दिसम्बर 2008 से दिया जाय वर्ष 1990-92 से नियुक्त 1000 चिकित्सको को उन्हें उसी समय से सभी लाभ दिए जाएं  सुरक्षा के दृष्टी से हॉस्पिटल में सेवानिवृत्त फौजियों को लगाकर हॉस्पिटल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं और उन्हें हथियार दिए जाएं उन्होंने कहा पोस्ट मार्टम के लिए 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया जाय।

(रिपोर्ट :सतीश कश्यप, बाराबंकी )

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