बाराबंकी — “जो रब है वही राम है”का संदेश देने वाले बाराबंकी जिले के प्रसिद्ध सूफी संत हाजी वारिश अली शाह की दरगाह पर लगने वाले देवा शरीफ के मेले का उद्धघाटन आगामी 15 अक्टूबर को डीएम डॉ.आदर्श सिंह की पत्नी शीतल वर्मा के द्वारा फ़ीता काटकर होना तय हुआ है। सैकड़ो वर्षो से देवा शरीफ की इस पावन धरती पर मेले का आयोजन होता चला आ रहा है। सूफी संत सैय्यद कुर्बान अली शाह की याद में मेले का आयोजन होता है। यह मेला हिंदू, मुश्लिम,सिख और ईसाई आपस मे सब भाई भाई से संदेश देता है।
यहां पर सभी धर्मो के लोग देश व विदेश से यहाँ पंहुचकर चादरपोशी करके जाते है। देश व प्रदेश मे पॉलीथिन पर बैन के बाद इस मेले में भी प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।10 दिनो तक चलने वाले देवा शरीफ मेले में अभी से पशुओ का बाजार लग गया है, जिसमे घोड़े,गधे आदि भी बिकने लगे है।मेले में सांस्कृतिक पंडाल को भी लगाया गया है जिसमे देश के नामचीन कलाकारों, शायरों व कवियों के द्वारा प्रस्तुति दी जाती है जो मेले को चार चांद लगाती है।
चप्पे-चप्पे पर रहेगी पुलिस की नजर
जिला मुख्यालय से करीब 12 किलो.मीटर दूर देवा कस्बे मे हाजी वारिस अली शाह बाबा की दरगाह है,जिसमे सैकड़ो वर्षो से मेले का आयोजन होता है, और प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले की तैयारियां जोर शोर की जा रही हैं।1 शताब्दी बीतने के बाद देवा शरीफ मेले का नाम बदलकर देवा शरीफ मेले को देवा महोत्सव के नाम से जाना जाने लगा है।पुलिस प्रशासन की तरफ़ से मेले में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंध कर दिया गया है,और सीओ सिटी को सुरक्षा व्यवस्था का प्रभारी बनाया गया है।
पूरे देवां शरीफ मेला परिसर में जगह जगह सीसीटीवी कैमरे को लगाया जा रहा है और साथ ही पूरे परिसर मे बिजली विभाग के अफसरो को मेले के दिनो मे बिजली व्यवस्था को सही रखने के सख्त निर्देश डीएम डॉ आदर्श सिंह ने दे दिए है। देवा शरीफ मेले में पशुओं की बाजार लगी हुई है जहाँ बेहतरीन नस्ल के घोड़े और खच्चरों की खरीदारी और बिक्री के लिए दूर दूर से किसान पहुंच रहे हैं।
(रिपोर्ट-विकास चौहान,बाराबंकी)