बाराबंकी — यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज जो बाराबंकी के महादेवा में वृक्ष रोपित किया है वो वृक्ष पारिजात है। जिसका वर्णन महाभारत काल में भी मिलता हैं।
वृक्षारोपण के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए परिजात वृक्ष की खाशियत बताते हुए लोधेश्वर महादेव के पुजारी ने पेड़ के बारे में बताया की ये पेड़ स्वर्ग से अर्जुन द्वारा बाण से पृथ्वी पर रोपित किया गया था। जिसके फूलों से माता कुंती भगवान शिव की पूजा अर्चना अर्चना करती थी। आईये जानते है इसके बारे में…
ये है पेड़ की खासियत…
बता दें कि यूपी के बाराबंकी जनपद में पांडव कालीन पारिजात वृक्ष आज भी सुरक्षित है। यह वृक्ष पांच हजार साल से अधिक पुराना बताया जाता है । इसे महाभारत काल का एक मात्र जीवित प्रतीक माना जाता है।पारिजात में सफ़ेद फूल खिलते है जो सूखने पर सुनहरे रंग के हो जाते है बिल्कुल सोने के जैसे। ये वही अनोखे फूल हैं जिनसे माता कुंती भगवान शंकर की उपासना करती थी । पौराणिक कथाओ के अनुसार इस वृक्ष को भगवान कृष्ण स्वर्ग से लाये थे और अर्जुन ने इसे अपने बाण से इसे पाताल में रोप दिया था।
दरअसल पांडव यहाँ अज्ञातवास के दौरान रहे थे। इस परिक्षेत्र में आज भी कई पांडव कालीन अवशेष देखे जा सकते हैं । हालांकि वैज्ञानिको ने दावा किया था के दक्षिण अफ्रीका में इस प्रजाति के कुछ वृक्ष हैं । लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी। जो भी हो यह देखने में अदभुत है। यूपी सरकार ने इस वृक्ष के चारो ओर सुरक्षा के लिए रेलिंग बना दी है ।
यहाँ एक वन कर्मी भी तैनात कर दिया गया है । इसके अतिरिक्त सुन्दरीकरण के बाद यह स्थान अब दर्शनीय हो गया है I जिसके दर्शन के लिए दूर दूर से लोग आते हैं लोगों की मान्यता हैं पेड़ के नीचे जो मुराद मांगी जाए वो जल्द मिलती है ये वृक्ष रामनगर के बरौलिया गाँव में लगा है जिसके पेड़ की कलम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा महादेवा में मंत्रों उच्चारण के बाद रोपित किया है। वहीं सीएम योगी जल्द ही इस स्थल को पर्यटल स्थल घोषित करेंगे।
(रिपोर्ट-सतीश कश्यप,बाराबंकी)