वाराणसी — बहुचर्चित सिकरौरा नरसंहार कांड में मुख्य आरोपी यूपी विधानपरिषद् के सदस्य बृजेश सिंह आज कड़ी सुरक्षा के बीच ADJ 3 कोर्ट में पेश हुए। इस दौरान पूर्व माफिया डॉन को व्हीलचेयर पर कोर्ट लाया गया।
दरअसल बृजेश सिंह पिछले दो महीने से वाराणसी के ट्रॉमा सेंटर में अपने पैरों का इलाज करा रहे हैं।वहीं पूर्व माफिया डॉन की पेशी को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस कोर्ट और आस-पास के इलाके में तैनात रही।बता दें कि 1986 में तत्कालीन वाराणसी (अब चंदौली) के सिकरौरा में हुए भीषण नरसंहार मामले में मुख्य आरोपी विधायक बृजेश सिंह का मामला वाराणसी के एडीजे 3 की कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में वादिनी हीरावती देवी के विधिक सलाहकार राकेश न्यायिक ने आरोप लगाया था कि बृजेश सिंह अपने रसूख और ताकत के बल पर कोर्ट में हाजिर होने से बचने के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हो गये हैं, जिसमें उनकी मदद कुछ डॉक्टरों और जेल प्रशासन की ओर से की जा रही है।
राकेश न्यायिक ने यह भी आरोप लगाया था कि बृजेश सिंह की ओर से कोर्ट की तारीख पर पेश न होना सीधे-सीधे इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश की अवहेलना है।वहीं आरोपों को संज्ञान में लेते हुए न्यायालय ने बृजेश सिंह को हर हाल में कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने सख्त रवैया अपनाते हुए उन्हें व्हीलचेयर पर कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया था।
गौरतलब है कि हीरावती देवी के विधिक सलाहकार राकेश न्यायिक ने अपने वकील के माध्यम से उच्च न्यायलय की अवमानना का नोटिस 9 जनवरी को भेजा था। नोटिस में उन्होंने लिखा था कि जिस रोग का इलाज बृजेश सिंह का ट्रामा सेंटर में डाक्टरों द्वारा किया जा रहा है वह गंभीर रोग नहीं है और उसका इलाज कारागार में भी किया जा सकता था। यह उच्च न्यायलय के उस आदेश की अवहेलना है जिसमें न्यायालय ने हीरावती देवी की सिकरौरा हत्याकांड की गवाही हर हॉल मे 6 जनवरी को करवानी की बात कही है।
दरअसल उच्च न्यायलय ने वादिनी और नरसंहार की मुख्य गवाह हीरावती देवी का बयान दर्ज करवाने की तारीख़ 6 जनवरी मुक़र्रर की थी, पर ठीक एक दिन पहले एमएलसी बृजेश सिंह की तबियत जेल में खराब होने पर उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया था।
(रिपोर्ट- बृजेन्द्र बी यादव,वाराणसी)