बहराइच — सरकारी स्कूल के मास्टर को बीएसए ने निलंबित करने का आदेश थमाया तो स्कूल के बच्चों व अभिभावकों में उबाल आ गया। शिक्षक निलंबन का आदेश मिलने की जानकारी स्कूल में देकर अपने घर चला गया लेकिन उसके बाद दूसरे दिन अपने चहेते अध्यापक को वापस बुलाने के लिए मासूम बच्चों ने अभिभावकों संग स्कूल में धरना दे दिया नारेबाजी करते हुए बच्चों ने रो रोकर अपने शिक्षक को स्कूल में वापस करने की मांग की। बच्चों ने अधिकारियों को अल्टीमेटम दे दिया कि यदि उनके सर (शिक्षक)को उस स्कूल में वापस नही लाया गया तो वो स्कूल छोड़ देंगे।
दरअसल फखरपुर विकास खंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सरसठ बिटौरा में प्रधानाध्यापक अवधेश कुमार झा की तैनाती है। बीएसए ने कार्यों में शिथिलता बरतने के कारण बीते हफ्ते प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया। इसकी जानकारी छात्रों व अभिभावकों को लगी तो सभी रविवार को आंदोलित हो उठे। विद्यालय परिसर में छात्रों व अभिभावकों ने एकत्र होकर प्रधानाध्यापक के निलंबन का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं रविवार व सोमवार को छुट्टी के बाद मंगलवार को विद्यालय खुला तो सहायक अध्यापक आनंद कुमार शुक्ला विद्यालय पहुंचे।
लेकिन विद्यालय में नामांकित 270 छात्रों में से एक भी छात्र विद्यालय नहीं पहुंचा। जिससे विद्यालय समय काटने के बाद सहायक अध्यापक वापस घर चले गए। विद्यालय पूरा सूना रहा। मालूम हो कि प्रधानाध्यापक का निलंबन से विद्यालय के छात्र काफी परेशान हैं। रविवार को प्रदर्शन करते हुए कक्षा चार की छात्रा रोने लगी थी। विद्यालय के छात्र व अभिभावक प्रधानाध्यापक की पढ़ाई, व्यायाम व अन्य संसाधनों की उपलब्धता से खुश हैं। छात्र प्रधानाध्यापक के निलंबन को गलत बताते हुए स्कूल जाने का बहिष्कार कर रहे हैं।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक,बहराइच)