लखनऊ — देश के सबसे बड़े विवादित मामले में एक और चौकाने वाला मामला सामने आया है।जहां राम मंदिर बनाने के पक्ष में खड़े होने वाले मौलाना सलमान नदवी पर रिश्वत लेने का बड़ा आरोप लगा है। दरअसल नदवी पर श्री श्री रविशंकर के करीबी अमरनाथ मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि
वह मंदिर का दावा छोड़ने के बदले करीब 1 हजार करोड़ रुपए की मांग कर रहे थे, इसी फॉर्मूले के तहत वो श्री श्री से मिलने आए थे। मिश्रा ने कहा कि जिस वक्त राम जन्मभूमि सद्भावना समीति के अध्यक्ष और श्री श्री रविशंकर से मिलने नदवी और दूसरे मुस्लिम नेता आए थे, हमने विवाद सुलझाने के लिए एक फॉर्मूला रखा। लेकिन इसी मुलाकात के दौरान सलमान नदवी ने इसके स्थान पर 1 हजार करोड़ रुपए, अयोध्या में 200 एकड़ जमीन और एक राज्यसभा सीट की मांग की।
कौन हैं नदवी?
मौलाना सलमान नदवी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एग्जीक्यूटिव सदस्य थे, लेकिन अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करने और मस्जिद को दूसरी जगह शिफ्ट करने का फॉर्मूला उन्होंने सुझाया था। जिसके बाद से बोर्ड उनसे नाराज चल रहा था और अब उन्हें पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है। हालांकि, नदवी ने दावा किया है कि बोर्ड से अलग होने का फैसला उन्होंने खुद किया है।
नदवी ने दी सफाई
वहीं इस गंभीर आरोप के जवाब में नदवी ने कहा कि मैं अमरनाथ मिश्रा को जानता ही नहीं हूं। अगर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं तो सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने के लिए लगाए जा रहे हैं। ऐसे लोगों को मंदिर और मस्जिद से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग मेरे फॉर्मूले से डरे हुए हैं, क्योंकि मैंने हिंदु-मुसलमान एकता की बात कही है। इसी वजह से ये लोग विवाद को बनाए रखना चाहते हैं।