लखनऊ — उत्तर प्रदेश की योगी सरकार श्रीरामनगरी अयोध्या में लगातार तीसरे साल भव्य दीपोत्सव का आयोजन कर रही है. इस बार योगी सरकार सरयू के तट पर 5,51000 दिये जलाकर अपना ही वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ेगी. वहीं दीपोत्सव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं घाट को सजा दिया गया है. इसके अलावा भगवान राम की एक 15 फीट की फाइबर की प्रतिमा भी लगाई गई है, जिसे कई रंगों में रूप दिया गया है.
वहीं घाटों को त्रेता युग की तरह चमकाया जा रहा है. हालांकि इस जगह पर पिछली बार दूसरी प्रतिमा बनाई गई थी लेकिन इस बार फाइबर की प्रतिमा लगाई गई है जो आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इसमें भगवान राम के तीर को पीले कलर में जगह दी गई है और उन्हें उनके मूर्त रूप में पूरा आकार देने की कोशिश कलाकारों की तरफ से की गई है. इस मूर्ति का उद्घाटन 26 तारीख को खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे.
इस बार भगवान राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक के पूरे दृश्य को ग्यारह झांकियों के रूप में तैयार किया गया है, जिसे अयोध्या की सड़कों पर दिखाया जा रहा है. सरकार ने इस पूरे कार्यक्रम इसे राज्य मेला घोषित कर दिया है, जिससे यह आगे भी निर्बाध गति से चलता रहे. यही नहीं ढाई हजार बच्चे बैठकर भगवान राम के जीवन उनकी धनुष तीर व उनकी चित्र को अंतिम रूप दे रहे हैं.पहली बार छात्र-छात्राओं ने इतनी बड़ी संख्या में चित्रकारी की है, जिसे प्रदर्शनी के तौर पर भी दीपोत्सव में भी दिखाया जाएगा.
इसके साथ ही रामकथा पार्क के प्रवेश स्थल से लेकर मुख्यद्वार तक आवागमन के दोनों ही रास्तों पर विविध रंगों के अलग-अलग दर्जनों द्वार बनाए जा रहे हैं. इन सभी द्वारों के अलावा दीवारों पर रामायण के प्रसंगों के चित्रों से पूरा वातावरण ही राममय बनाने की कोशिश की गई है. उधर साकेत महाविद्यालय में शोभायात्राओं निकालने की तैयारी युद्धस्तर पर जारी है। यहां सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग की ओर से अलग-अलग झांकियों के निर्माण का क्रम जारी है.