लखनऊ–राजधानी में जब से मेट्रो दौड़ रही है, तब से इसमें यात्रियों की कम संख्या अधिकारियों की चिंता का सबब रही है । लखनऊ मेट्रो लगभग खाली ही फर्राटा भर रही है।
राजधानी में मेट्रो को सफल बनाने के लिए उसमें यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए मंगलवार को अधिकारियों ने मंथन किया। मेट्रो के अफसरों ने मेट्रो रूट पर समानांतर चल रहे ऑटो-टेम्पो के साथ सिटी बसों को भी बंद करने का सुझाव दिया। इसको लेकर ऑटो-टेम्पो यूनियन के नेता बिफर गए। उन्होंने मेट्रो रूट से ऑटो-टेम्पो हटाने से साफ इनकार कर दिया। अब आरटीओ दो दिन बाद डीएम को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। बता दें मेट्रो में यात्रियों की संख्या नहीं बढ़ रही है। 85 फीसदी यात्रियों को आधी दूरी तक मेट्रो से जाने के बाद फिर ऑटो-टेम्पो या ई-रिक्शों से सफर करना पड़ता है। प्रशासन इस हकीकत को नजरअंदाज कर मेट्रो रूट पर आटो-टेम्पो और ई-रिक्शे बंद करने की तैयारी कर रहा है।
वहीं ऑटो संघ ने दो-टूक कहा कि यह प्रस्ताव उन्हें कतई मंजूर नहीं है। उन्होंने शेयर ऑटो के बजाए मीटर्ड ऑटो चलवाने का सुझाव दिया। ऑटो संघ ने कहा कि सभी मेट्रो सिटी में ऑटो और मेट्रो एक साथ एक ही रूट पर चल रहे हैं।