औरैयाः कहते हैं कि जहां चाह होती है वहां राह निकल ही आती है। ऐसा ही कुछ नजारा औरैया जिले के एक क्वॉरेंटाइन (quarantine) सेंटर पर देर रात देखने को मिला। यहां गैर प्रांत से घर लौटे एक युवक को क्वॉरेंटाइन (quarantine) सेंटर में रखा गया था। युवक की शादी दिल्ली की एक लड़की से तय हो चुकी थी।
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लड़की पक्ष के लोग भी औरैया जिले के एक गांव में आकर लॉक डाउन के चलते फंस गए हैं। ऐसे में यहां क्वॉरेंटाइन (quarantine) सेंटर में ही मंगलवार रात दोनों शादी के पवित्र बंधन में बंधकर एक दूजे के हो गए। क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोग इस अनूठी शादी के जनाती बराती बने।
उपजिलाधिकारी जोड़े को दिया आशीर्वाद
दरअसल दिल्ली निवासी बाबूराम ने अपनी पुत्री राधा की शादी औरैया जिले के अजीतमल क्षेत्र के सिकरोड़ी गांव निवासी संतोष कुमार के पुत्र श्रीकांत के साथ तय की थी। मार्च माह में बाबूराम अपने परिवार के साथ अजीतमल क्षेत्र के गांव शाहपुर बेदी रिश्तेदारी में झंडा चढ़ाने आए थे। इसी बीच 25 मार्च को लॉक डाउन प्रभावी हो गया, तो वे वापस दिल्ली नही जा सके। दूसरी ओर अजीतमल क्षेत्र के बीहड़ी गांव सिकरोड़ी निवासी संतोष कुमार का पुत्र श्रीकांत भी बाहर नौकरी करता था।
शेल्टर होम में शादी करने का फैसला
लॉक डाउन के चलते जब वह घर वापस आया तो अजीतमल के के विद्या दीप पब्लिक स्कूल में उसे चौदह दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया कर दिया गया। इसी बीच शादी की डेट भी नजदीक आ गयी, तो दोनों के परिजनों ने शेल्टर होम में ही शादी करने का फैसला लिया। फिर क्या था बात अधिकारियों तक पहुंचाई गई। जिस पर उपजिलाधिकारी अजीतमल रमेश यादव ने दोनों पक्षों को शादी करने की अनुमति भी दे दी।
शेल्टर हॉउस में उपजिलाधिकारी रमेश यादव और विद्यालय के प्रबंधक सुधीर गुप्त, प्रधानाचार्य गोपाल डे की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए शादी कराई गई। इस मौके पर मौजूद सभी लोगों ने नव विवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। इस शादी को लेकर जिले में व्यापक चर्चाएं रहीं।
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(रिपोर्ट- दीपू गुप्ता, औरैया)