उत्तर प्रदेश के औरैया पुलिस ने 7 अंतरराज्यीय वाहन चोरों को गिरफ्तार किया। चोरों के कब्जे से करीब 4 करोड़ रुपये की कीमत के कुल 8 ट्रक, 1 बस, 3 ट्रैक्टर और एक पिकप जीप सहित कुल 13 वाहनों को बरामद करने में सफलता पाई है। पुलिस द्वारा बरामद किए गए वाहनों की कुल कीमत 3 करोड़ 75 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस की अब तक कि जांच पड़ताल में चोरों के गिरोह की मदद करने में परिवहन विभाग के एक क्लर्क के अलावा ARTO का भी नाम सामने आया है। पुलिस ने सभी वाहन चोरों को जेल भेज दिया है।
जानिए कैसे पहुंची वाहन चोरों तक पुलिस:
23 नवम्बर को औरैया जिले की दिबियापुर पुलिस आम दिनों की तरह ही फरियादियों की फरियादें सुन रही थी। इसी बीच दिबियापुर थाना क्षेत्र के जमुंही ककरही मोहल्ला निवासी रहमुद्दीन अहमद अपने हाथ में एक दरख्वास्त के साथ थानेदार के दफ्तर में दाखिल हुए। थानेदार विकास राय को अपना दरख्वास्त पकड़ाते हुए बोले कि औरैया जिले के ही एरवाकटरा कस्बे का निवासी शमी अहमद उनका ट्रक जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर UP 75 AT 0944 है को किराए पर चलवाने के लिए कुछ महीने पहले ले गया था। किराए के रूप में शमी अहमद ने रहमुद्दीन को प्रति माह डेढ़ लाख रुपये देने की बात कही थी। वायदे के अनुसार शमी अहमद ने कुछ महीने तक ट्रक मालिक रहमुद्दीन को किराया भी दिया किन्तु बाद में कई महीने से किराया देना बंद कर दिया है। किराया और ट्रक वापस मांगने पर शमी अहमद गालियां देता है और जान से भी मारने की धमकी देता है।
रहमुद्दीन की शिकायत पर दिबियापुर पुलिस ने थाने में केश रजिस्टर कर लिया लेकिन पुलिस ने सोचा कि किराया को लेकर दो पक्षों में छोटा मोटा विवाद है जिसे सुलझा दिया जाएगा। लेकिन पुलिस ने इस सामान्य सी शिकायत की जब जांच शुरू की तो उसके मुखबिरों से इस मामले को लेकर जो सूचना मिली उससे स्वयं पुलिस ही हैरान हो गई। मुखबिरों ने बताया कि किराए पर ट्रक लेने वाला शमी अहमद कोई व्यापारी नहीं बल्कि एक शातिर अंतरराज्यीय वाहन लुटेरा है और उसका गैंग कई राज्यों में सक्रिय होकर लगातार बड़े अपराध कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए थानेदार विकास राय ने इसकी सिलसिलेवार जानकारी एसपी अभिषेक सिंह को दी। एसपी ने जांच की गंभीरता और मुखबिर की सूचना को परिणाम तक पहुंचाने के लिए अलग अलग पुलिस टीमों का गठन करते हुए एडिशनल एसपी और डिप्टी एसपी को भी टीम का पर्यवेक्षण और आवश्यक निर्देश की जिम्मेदारी सौंपी।
तारीख 30 नवम्बर 2021 को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पर्याप्त फोर्स के साथ दिबियापुर थाना क्षेत्र के ही प्लास्टिक सिटी परिसर के एक स्थान पर जब छापा मारा तो वहां कुल 8 ट्रक, 3 ट्रैक्टर, 1 बस और 1 पिकप जीप खड़ी थी और कुल 7 लोग उन वाहनों का नंबर प्लेट बदल रहे थे। उन 7 लोगों में वह शमी अहमद भी था जिसके खिलाफ राहमुद्दीन ने मुकद्दमा दर्ज कराया था। बड़े और कीमती वाहनों का जखीरा इकट्ठा देख स्वयं पुलिस के भी होश उड़ गए। पुलिस ने शमी अहमद सहित सभी 7 लोगों को कस्टडी में ले लिया और कड़ाई से पूंछतांछ करते ही सभी टूट गए और बताए कि वह लोग अलग अलग राज्यों से ट्रक, बस, ट्रैक्टर आदि वाहन या तो चोरी करते हैं या फिर लूट लेते हैं। बाद में ARTO और परिवहन विभाग के क्लर्कों और दलालों को रिश्वत की भारी रकम देकर वाहनों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं।
फिलहाल औरैया पुलिस ने करीब 4 करोड़ के वाहनों को बरामद कर 7 अंतरराज्यीय चोरों को भी गिरफ्तार कर लिया है लेकिन चोरों के गिरोह में परिवहन विभाग के अफसर और विभाग के ही क्लर्क की संलिप्तता हैरान करने वाला है। अभी तक कि जांच में पुलिस ने परिवहन विभाग की गिरेबान को अपने पंजे में जकड़ लिया है। चोरों को कठोर दंड मिले और चोरों के यार बने सरकारी अफसर ARTO और उनके बाबुओं की गर्दन को मरोड़कर ऐसे अपराधों पर हमेशा के लिए लगाम लगाने के लिए पुलिस को पर्याप्त साक्ष्यों के साथ अदालत में पैरवी करनी पड़ेगी।
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