नई दिल्ली — अटल आज अनंत सफर पर निकल चुके हैं। उनका पार्थिव शरीर को बीजेपी मुख्यालय से स्मृति स्थल पहुंच चुका है। यहां उनका अंतिम संस्कार हुआ । दाह संस्कार से पहले पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई और सलामी दी गयी। करीब 04 . 55 पर उनकी पुत्री नमिता ने उनको मुखाग्नि दी गयी।
सेना की तीनों इकाईयों सहित देश के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पुष्पचक्र अर्पित करके हाथ जोड़कर उनको नमन किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ भूटान नरेश ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। दाह संस्कार से पहले परम्परा के अनुसार पूरे सम्मान के साथ अटल जी के पार्थिव शरीर से तिरंगे को हटाया गया और वही तिरंगा अटल की नातिन निहारिका को सौंप दिया गया। वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार स्मृति स्थल पर शुरू हो गए। पारिवारिक सदस्यों ने पुष्प अर्पित करके शरीर की परिक्रमा की। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि स्थल पर ले जाया गया , जहाँ उनके शव को कुश के आसन पर रखकर चन्दन की लकड़ियों की चिता पर रखा गया। हवन के पश्चात पूरी रीतियों के अनुसार पुत्री नमिता ने उन्हें मुखग्नि दी। इसी दौरान वहां हलकी बूंदाबांदी भी शुरू हो गयी थी।
दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, छत्तीसगढ़ सीएम रमन सिंह, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत, आनंद शर्मा समेत कई नेता स्मृति स्थल पर मौजूद रहे । अंतिम संस्कार देखने के लिए राष्ट्रीय स्मृति स्थल के अंदर एवं गेट नम्बर 4 के बाहर एलईडी स्क्रीन की भी व्यवस्था की गयी थी।