लखनऊ — भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियाँ गुरुवार को उनके कर्मभूमि यूपी की राजधानी लखनऊ आई. जिसकी कलश यात्रा आज लगभग पूरे शहर में निकाली गयी और लखनऊ वासियों को अटल जी के आखिरी बार दर्शन करवाए गये. वहीं यात्रा के अपने आखिरी पड़ाव पहुंची अटल जी की अस्थियों को गोमती नदी में विसर्जित कर दिया गया।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज लखनऊ से 5 बार सांसद रहे दिव्यांगत अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियाँ लेकर दिल्ली से लखनऊ आए. वहीं एयरपोर्ट से अस्थि कलश लाने के लिए राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा के कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।
अस्थि कलश को एयरपोर्ट पर फूलों से सजे वाहन पर रखा गया और इसे शहर के विभिन्न हिस्सों में ले जाया गया। इससे पहले पूर्व पीएम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि कलश को एयरपोर्ट पर सेना और पुलिस के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। करीब एक घंटे चले कार्यक्रम के बाद इसे भाजपा प्रदेश मुख्यालय लाया गया। वहीं अस्थि कलश को सुरक्षित भाजपा कार्यालय तक पहुंचाने के लिए 25 मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई थी। मजिस्ट्रेट पूरी यात्र के दौरान लगातार निगरानी कर रहे थे।
बता दें कि अस्थि कलश यात्रा अमौसी एयरपोर्ट से कानपुर रोड होते हुए अवध चौराहा, आलमबाग चौराहा, टेढ़ी पुलिया, मवैया, चारबाग, बांसमंडी, लालकुआं, महाराणा प्रताप चौराहा, बर्लिंग्टन चौराहा और बापू भवन चौराहा होते हुए भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचा। यहां पर भाजपा कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने दर्शन किया। जिसके बाद अटल जी की अस्थि कलश यात्रा नावेल्टी चौराहे, मेफेयर तिराहा होते हुए सुभाष चौराहा (परिवर्तन चौक) पहुंची। यहां से अस्थि कलश यात्रा झूलेलाल वाटिका पहुंचा। यहां पर पहले से ही भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
झूलेलाल वाटिका में भाजपा के कई नेताओं सहित विपक्षी दलों के दिग्गज नेता शामिल हुए. जिन्होंने अटल जी को सर्वदलीय श्रद्धांजली सभा में नमन करते हुए अपनी अपनी यादें बांटी।जिसके बाद पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां बेटी नमित द्वारा गोमती नदी में विसर्जित की गईं।