औरैया– जनपद का सहायक संभागीय परिवहन विभाग(एआरटीओ)भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी लाल लाल नोटों के चक्कर मे मौत का सौदा करने से भी नहीं चूक रहे है।
अपने कारनामों से अक्सर चर्चा में रहने वाले ARTO मनोज कुमार सिंह ने पैसे की लालच में कायदे और कानूनों को दरकिनार करते हुए एक ऐसी मोपेड बाइक का रजिस्ट्रेशन कर दिया जो एक एक्सीडेंट के बाद औरैया कोतवाली में कबाड़ के रूप पड़ी हुई है। खास बात ये है कि पिछले 23 अप्रैल 2018 को इस मोपेड के एक्सीडेंट में एक युवक की मौत हो गयी थी जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक्सीडेंट के बाद औरैया कोतवाली पुलिस ने उस मोपेड को कबाड़ के रूप में थाने में खड़ा कर दिया और तीन दिन बाद यानी 26 अप्रैल 2018 को ARTO औरैया मनोज सिंह ने बिना उसकी फिटनेश चेक किये ही रुपयों की लालच में रजिस्ट्रेशन करते हुए उसे नंबर एलॉट कर दिया। मामला खुलने पर अपने को फंसते देख एआरटीओ औरैया मनोज सिंह अब पूरे मामले को दबाने में लगे हुए है।
योगी सरकार में भी अधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति कम होने का नाम नही ले रही है। नियमों का हवाला देते हुए आम जनता को बार बार दफ्तरों का चक्कर कटवाकर परेशान करने वाले अधिकारी रिस्वत के रूप में मोटी रकम पाते ही सरकारी नियमों और कायदों को खूंटी पर टांग कर कुछ भी करने से नहीं डरते हैं।
औरैया कोतवाली के परिसर में कबाड़ का रूप ले चुकी इस मोपेड का पिछले 26 अप्रैल 2018 को नया रजिस्ट्रेशन किया गया है जबकि रजिस्ट्रेशन से तीन दिन पुर्व यानी 23 अप्रैल 2018 को शहर कोतवाली क्षेत्र के हाइवे पर हुए ट्रक और इस मोपेड के एक्सीडेंट में एक युवक की जान भी जा चुकी है। हम आपको बता दें कि औरैया कोतवाली के जालौन चौराहे पर बीती 23 अप्रैल 18 को एक ट्रक ने इस मोपेड बाइक में टक्कर मार दी थी जिसमे मोपेड के चालक विकास की मौके पर ही मौत हो गयी थी जबकि साथी सुरेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया था।मोपेड को औरैया कोतवाली पुलिस ने थाना परिसर में लाकर दर्ज करा दिया।मोपेड का रजिस्ट्रेशन विभाग में नहीं था।
यही से ए आर टी ओ विभाग का खेल शुरू हुआ और विभाग ने नोटों के चक्कर मे थाने में कबाड़ के रूप में खड़ी गाड़ी का 26 अप्रैल 2018 को नया रजिस्ट्रेशन कर UP79 Q-2503 नंबर एलॉट कर दिया।ए आर टी ओ औरैया मनोज सिंह और उनके विभाग की इस काली करतूत का जब खुलासा हुआ तो ARTO मनोज सिंह अब मामले को दबाने में लग गये है। नियमानुसार आम आदमी की गाड़ी का रजिस्ट्रेशन तब ही होता है जब गाड़ी की फिटनेस ARTO द्वारा चेक की जाती है।
(रिपोर्ट – वरुण गुप्ता ,औरैया )