लखनऊ–उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा लिए गए फैसले, की दूसरे राज्य के लोग दिल्ली के अस्पतालों में अपना इलाज नहीं करा सकेंगे को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने दिल्ली के उप राज्यपाल को धन्यवाद दिया जिन्होंने इस असंवैधानिक फैसले को वापस कर संविधान की रक्षा कि है।
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श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहां कि अरविंद केजरीवाल संवैधानिक पद पर बैठ कर असंवैधानिक फैसले लेते रहे हैं, बार बार इस तरह के गलत फैसले लेना और बाद में उसको बदल दिया जाना बताता है कि अरविंद केजरीवाल को “थूक के चाटने की आदत पड़ गई है”
ऐसा ही असंवैधानिक कृत्य उन्होंने दिल्ली के प्रवासी श्रमिकों के साथ किया था, जिस कारण दिल्ली के 4 लाख श्रमिकों को मजबूरन दिल्ली से उत्तर प्रदेश वापस आना पड़ा। अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार ने इस मुश्किल समय में उन श्रमिकों का बिजली और पानी का कनेक्शन काट दिया उनको राशन भी नहीं दिया। इस प्रकार के अमानवीय और एकतरफा निर्णय, देश के बारे में सोचे बगैर सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए करते हैं।
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उनके द्वारा यह अस्पताल का निर्णय और प्रवासी श्रमिकों को दिल्ली छोड़ कर उत्तर प्रदेश और बिहार जाने के लिए मजबूर करने के फैसले के लिए अरविंद केजरीवाल को उन सभी प्रवासी मजदूरों से माफी मांगनी पड़ेगी और कहना होगा कि मेरा यह निर्णय गलत था और भविष्य में ऐसा कोई भी निर्णय नहीं लूंगा जो असंवैधानिक हो।