एआरटीओ व प्राइवेट स्कूल वाहन मालिकों की मिलीभगत से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

फर्रुखाबाद– जिले में प्राइवेट स्कूलों में चलवाये जा रहे वाहनों की कोई गाइडलाइन नही दिखाई दे रही है।वास्तविकता में यदि देखा जाए तो एआरटीओ प्रशासन की मिलीभगत से जिले में सैकड़ों स्कूली वाहन फिटनेस पूर्ण न होने पर भी चलाये जा रहे हैं। 

जिससे स्कूली बच्चों से भरी वैन में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। थाना मेरापुर क्षेत्र के वैभव नगर(जयसिंहपुर ) स्थित ब्रह्म दफेदार इंटर कॉलेज की स्कूली वैन में यह नजारा देखने को मिला।सुबह रोज की भांति वैन सिलसंडा,चन्दुइया, रामापुर दबीर, बलीपुर आदि क्षेत्र के गांवों से स्कूली छोटे-छोटे मासूम बच्चों को लेकर जा रही थी, तभी वैन में रखा गैस सिलेंडर लीक होने लगा ।जिससे मासूम बच्चों का दम घुटने लगा तथा बच्चे चीखने चिल्लाने लगे। वैन का ड्राइवर यह नजारा देख वैन छोड़कर भाग गया।

आनन-फानन में बलीपुर के ग्रामीणों ने वैन में शोर – शराबा देख बच्चों को बाहर निकाला। सूचना पर पहुंचे बच्चों के अभिभावकों ने अपने अपने मासूम कलेजे के टुकड़ों को इधर उधर प्राइवेट नर्सिंग होमों में भर्ती कराया। प्रत्यक्षदर्शियों की माने यदि थोड़ी देर और हो जाती तो वैन में आग भी लग सकती थी जिसका जिम्मेदार परिवहन विभाग होता। अब सवाल यह है कि बिना एआरटीओ प्रशासन की अनुमति के जनपद में मानक पूर्ण न होने पर भी स्कूल वाहन कैसे चलवाये जा रहे हैं ।जबकि आए दिन स्कूली वाहनों में हादसे हो रहे हैं ।लेकिन फिर भी परिवहन विभाग के अधिकारी मोटी रकम डकार कर कुंभकरन में नींद में सो जाते हैं।घटना की जानकारी डायल 100 पर दी मौके पर पहुंची पुलिस ने वैन को अपने कब्जे में लेकर नवाबगंज थाने में खड़ी करा दी है।

वही घटना की जानकारी होने पर एसपी सन्तोष मिश्रा ने घटना स्थल पर पहुंच कर बच्चो से बातचीत कर हालचाल पूछा। उसके बाद पीआरवी के सभी पुलिस कर्मचारियों को सम्मानित किया।जब इस घटना के बाद जब एआरटीओ मोहम्मद हसीब से की गई तो वह स्कूल व वैन मालिक का बचाव करते हुए बोले कि किसी ग्रामीण ने फर्जी शिकायत की है।वह वैन स्कूल की नही है उसमे कोई भी स्कूली बच्चा नही था।यह जरूर है उसमें गैस किट लगी हुई थी।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)

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