लखनऊ– राजधानी लखनऊ के कैंट थाना क्षेत्र में पुलिस ने फर्जी लेफ्टीनेंट कर्नल को गिरफ्तार किया है। वह लोगों से सेना में भर्ती व इंटरव्यू के नाम पर रुपये ऐंठता था। उसके पास से बरामद हुए लैपटॉप में कई अन्य राज्यों के युवाओं की भी डिटेल मिली है जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि इस फर्जी कर्नल की ठगी का जाल दूसरे राज्यों में भी फैला हुआ है।
खुद को कर्नल बताने वाले जालसाज की पहचान बहराइच निवासी अरविंद मिश्रा के रूप में हुई है। उसके पास से सेना की वर्दी, लैपटॉप, लाइसेंसी रिवॉल्वर और कई मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। साइबर सेल के नोडल अधिकारी व सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपित ने दो शादी की थी। पहली शादी वर्ष 2003 में देहरादून निवासी कविता भसीन से की थी। वर्ष 2009 में कविता से तलाक के बाद वर्ष 2017 में सैनिक कॉलोनी जम्मू निवासी हिना जमवाल से दूसरी शादी की।
वर्तमान में हिना से अरविंद का मनभेद चल रहा है। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 1997 से 2003 तक उसने लगातार एनडीए और सीडीएस की परीक्षा दी थी। वह पास भी हुआ था और इलाहाबाद तथा भोपाल में कांफ्रेस में भी शामिल हुआ था। हालांकि उसका चयन नहीं हो सका था। इसके बाद वह फर्जी आर्मी अफसर बन गया था।
जम्मू व कश्मीर की लड़की से शादी के समय उसने पत्नीर को बताया था कि वह लखनऊ की 11 गोरखा राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर में तैनात है। उसके ऑफिस जाने का कोई समय नहीं था। जब वह पीटी में भी शामिल नहीं हुआ तो पत्नीफ ने छावनी की एक यूनिट में इस फर्जी अफसर की तहकीकात की।
पता चला कि इस नाम का कोई ले. कर्नल यहां तैनात ही नहीं है। अरविंद मिश्र को लेकर कई शहरों से सेना को इनपुट भी मिले थे। पुलिस ने उसके पास से एक लैपटॉप बरामद किया है उसमें एक ऐसी लिस्ट है। जिसमें उन सभी लोगों के नाम है जिनसे-जिनसे उनसे नौकरी के नाम पर पैसे ऐंठे है। खबर लिखे जाने तक पुलिस पूछताछ जारी है।