फर्रुखाबाद–भारत में भले ही स्वच्छ अभियान चल रहा हो और गंगा स्वच्छता के नाम पर ढिंढोला पीटा जा रहा हो लेकिन हकीकत में गंगा के तट पर गंदगी ही गंदगी नजर आ रही है जिससे स्नानार्थियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मेला रामनगरिया क्षेत्र में बुनियादी संसाधनों की कमी यहां आने वाले भक्तों व साधु-संतों के लिए परेशानी का सबब बनी हैं। गंगा के घाटों की सफाई के लिए लाखों रुपये खर्च किये जा रहे है। इसके चलते फर्रुखाबाद के गंगा घाट सफाई से कोसो दूर है। डीएम के सख्त निर्देशों के बाद भी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। मेला स्थल पर चौतरफा फैली गंदगी, पेयजल की उपलब्धता व शौचालयों का पर्याप्त इंतजाम न होने से लोगों में प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश है।मेले में गंगा घाटो की सफाई के लिए ठेका दिया गया है ।लेकिन ठेकेदार मेले से नदारत है । वही प्रशासन ने नगर पालिका के 110 लोगो को सफाई कार्य क लिए लगया है ।जो दिन में सफाई करके चले जाते है ।मेला में कल्पवास क्षेत्र में भी कूड़ा पड़ा रहा। लोहिया पुल से पांचवीं सीढ़ी तक के घाटों पर सबसे ज्यादा गंदगी थी। सीढि़यों से गंगा तट की ओर जाने वाले मुख्य रास्तों व कल्पवास क्षेत्र में भी अन्य सामान पड़ा रहा। फर्रुखाबाद में मेला रामनगरिया में आए लाखों श्रद्धालुओं द्वारा छोड़ी जा रही गंदगी से वहा कल्पवास कर रहे कल्पवासियो का जीना दूभर हो रहा है।
मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने बताया कि सफाई व्यवस्था के लिए ठेका आवंटित किया गया है। ठेकेदार अपने कर्मचारियों के साथ सफाई करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेले में गंदगी फैली होने की शिकायत मिली है। वह स्वयं मेले का भ्रमण कर पड़ताल करेंगे। गंदगी मिलने पर मेला सचिव को अवगत कराया जाएगा।
(रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद )