मनोरंजन डेस्क– बॉलीवुड में मीटू मूववेंट के तहत खुले तौर पर पीड़ित अपनी आपबीती साझा कर रहे हैं। जिसमें अबतक कई सारे मशहूर नाम सामने आ चुके है। जिनके बारे में लोगों ने कभी सोचा भी नही था। अब इन्ही में एक नाम संगीतकार अनु मलिक का है।
जिनपर गायिका श्वेता पंडित ने बुधवार को आरोप लगाते हुए कहा कि स्कूल टाइम में अनु मलिक ने उनका रिकॉर्डिंग स्टूडियो में हैरेसमेंट किया था। उस वक्त वह महज 15 साल की थी। दिग्गज शास्त्रीय गायक पंडित जसराज की पौत्री श्वेता पंडित ने अपने फेसबुक के ऑफिशियल पेज पर एक लंबी पोस्ट शेयर करते हुए गायिका ने अनु मलिक पर बच्चों के प्रति यौन आकर्षण रखने और यौन-उत्पीड़क होने का आरोप लगाते हुए कहा कि संगीतकार ने उनके साथ दुर्व्यवहार तब किया जब वह हिन्दी म्यूजिक इंडस्ट्री में नई थीं।
Had to go back to my worst memory as a teenage girl today to write this and speak up – its now or never. This is my #MeToo and have to warn young girls about #AnuMalik & let you know your #TimesUp @IndiaMeToo
Thank you @sonamohapatra for speaking up about him & supporting this pic.twitter.com/e261pGQyEq
— Shweta Pandit (@ShwetaPandit7) October 17, 2018
श्वेता ने लिखा, ‘यह वर्ष 2000 था जब मुझे ‘मोहब्बतें’ फिल्म में लीड सिंगर के तौर पर लॉन्च किया गया और मैं इस कामयाबी को आगे बढ़ाने के लिए दूसरे अच्छे गीत हासिल करने की कोशिश कर रही थी।’ उन्होंने लिखा कि वह संगीतकार की फैन थीं। 2001 के बीच में अनु मलिक के मैनेजर ने उन्हें अंधेरी के एम्पायर स्टूडियो में उनसे मिलने के लिए फोन कर बुलाया तो वह एक्साईटेड हो गईं।
श्वेता ने लिखा, ‘जब मैं और मेरी मां, मॉनीटर कक्ष में पहुंचे तो वह (अनु मलिक) ‘अवारा पागल दीवाना’ फिल्म के लिए सुनिधि और शान के साथ ग्रुप सॉन्ग रिकॉर्ड करा रहे थे। उन्होंने एक छोटे केबिन में इंतजार करने को कहा। वहां सिर्फ मैं और वह थे।’ जहां अनु मलिक ने श्वेता पंडित की आवाज परखने के लिए उनसे कुछ लाइन गाने को कहा।
उन्होंने लिखा, ‘मैंने इतना अच्छा गाया कि उन्होंने (अनु मलिक) कहा- मैं तुम्हें सुनिधि और शान के साथ यह गाना दूंगा, लेकिन पहले मुझे एक KISS दो’, फिर वो मुस्कुराए। मैं इसे सबसे भयानक मुस्कुराहट के तौर पर याद करती हूं। मैं सन्न रह गई और चेहरा पीला पड़ गया। मैं तब सिर्फ 15 साल की थी और स्कूल में पढ़ती थी।’
श्वेता ने लिखा, ‘क्या कोई उस पल की कल्पना कर सकता है जो मुझपर वहां बीता। यह ऐसा था जैसे किसी ने मेरे पेट में छुरा घोंप दिया हो। मैं इस व्यक्ति को ‘अनु अंकल’ कहती थी और वह दशकों से मेरे पूरे परिवार को जानते थे। वह हमें संगीतकार के सम्मानित घराने के तौर पर जानते थे। ’’ इसे अपनी जिंदगी का सबसे खराब एक्सपीरियंस बताते हुए श्वेता ने कहा कि घटना के बाद वह महीनों तक उदास रहीं और इसे अपने माता-पिता को नहीं बता पाईं।’