प्रतापगढ़–प्रतापगढ़ के अंतू कोतवाली के रामनगर भोजपुर में बेखौफ हत्यारो ने बीती रात घर के सामने सास के साथ अलाव ताप रही दलित महिला का पहले नाम पूंछा उसके बाद ताबड़तोड़ गोलियों से भून दिया।
वारदात के समय घर पर सास बहू ही घर पर थे। लगभग चौबीस घण्टे बाद दिल्ली से पति और बेटा घर पहुच कर थाने में तहरीर दी तब जा कर पुलिस ने शव को भेजा पोस्टमार्टम को। पीड़ित पति का आरोप है कि लगभग पन्द्रह साल पहले पत्नी और बेटे की गांव के ही सरहनगो ने खेत मे गाय जाने के विवाद में पिटाई की तो मृतक रानी सरोज ने एससीएसटी एक्ट और मारपीट का मुकदमा दर्ज कराया था। इस सिलसिले में बीती पांच तारीख को समझौता करने को धमकी दी गई थी जिसकी सूचना पुलिस को दी गई लेकिन पुलिस कोई कार्यवाई नही की। इसी मुकदमे की सुनवाई चौदह फरवरी को होनी थी जिसके दो दिन पहले ही मृतका के घर बाइक से दो अज्ञात व्यक्ति पहुचकर अलाव ताप रही सास बहू से पूंछा रानी कौन है जिस पर रानी ने हा में जवाब दिया। जवाब मिलते ही ताबड़तोड़ फायरिग कर रानी को मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गए। जिसके बाद हल्ला गुहार पर ग्रामीण पहुचे और पुलिस को सूचना दी। एसपी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुच गया। हत्या जैसे सम्वेदनशील मामले में पुलिस लगभग चौबीस घण्टे तक तहरीर का इंतजार करती रही। इतना ही नही शव भी पड़ा रहा जब तक दिल्ली से मृतक का पति और बेटे नही आ गए तब तक कार्यवाई नही की गई।
पति की तहरीर के बाद ही पुलिस ने पोस्टमार्टम को शव भेजा। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि तहरीर मिल गई है। शीघ्र ही प्रभावी कार्यवाई की जाएगी। गोली मारकर हत्या जैसे मामले में पुलिस लगभग चौबीस घण्टे महज तहरीर का इंतजार करती रही ये चर्चा का विषय बना रहा।
(रिपोर्ट- मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़ )