एक और अन्नदाता ने की आत्महत्या, कर्ज में डूबा था किसान

बांदा — देश में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थम नहीं रहा है.इसी कड़ी में आज फिर एक अन्नदाता ने आर्थिक तंगी के बोझ के चलते अपनी जिंदगी को अलविदा कह दिया.

बताया जा रहा है कि किसान के खेत में बोई फसल को जानवरों ने बर्बाद कर दिया था, जिससे किसान परेशान रहता था. बीती रात खेत की रखवाली करने गया था, जहां पर खेत में ही लगे बबूल के पेड़ पर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.वहीं ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक किसान के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

दरअसल मामला कोतवाली देहात क्षेत्र के चटचटगन गांव का है, जहां के रहने वाले किसान बदलू ने गांव के ही दूसरे व्यक्ति से बटाई का खेत लेकर फसल बोई थी. और फसल में कीड़े लग जाने के कारण उसकी फसल खराब हो गई. इससे किसान ज्यादातर परेशान रहता था. वहीं आवारा जानवरों ने भी उसकी फसल को बर्बाद कर दिया था. 

जानकारी के मुताबिक बीती रात को घर से खाना खाकर वो खेत की रखवाली करने को खेत गया था, जहां खेत में लगे बबूल के पेड़ पर रस्सी से फांसी लगाकर उसने आत्महत्या कर ली. सुबह जब गांव वाले वहां पहुंचे तो बदलू को पेड़ पर लटका पाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी. वहीं मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि फसल खराब हो जाने के कारण अक्सर बदलू तनाव में रहता था. इसके चलते उसने ऐसा कदम उठाया है.

उधर इम मामले को लेकर अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह ने बताया कि एक किसान की आत्महत्या की जानकारी मिली है, जिस पर मौके पर तहसीलदार को भेजा गया है. मामले कार्रवाई जा रही है. प्रशासन से जो हर संभव मदद हो सकेगी, वो पीड़ित किसान के परिजनों के लिए की जाएगी.

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