जनपद एटा में 20 दिन पूर्व छेड़खानी से तंग आकर जिला अस्पताल की निर्माणाधीन छत की चौथी मंजिल से कूद कर आत्महत्या करने वाली 13 बर्षीय छात्रा खुशी वशिष्ठ की मौत के बाद,पुलिस की शिथिल कार्यवाही को लेकर ब्राह्मण समाज के लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
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आपको बता दें कि ये जनपद एटा के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र की आठवीं क्लास की 13 वर्षीय छात्रा खुशी वशिष्ठ ने मनचले की छेड़खानी से तंग आकर जिला अस्पताल की निर्माणाधीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी थी,जहां परिजनों ने बच्ची के साथ रेप के बाद चौथी मंजिल से फेंक कर हत्या की आशंका जताई थी,लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई थी,लेकिन डॉक्टर ने बेटी के प्राईवेट अंग पर स्वेलिंग और ब्लीडिंग होना पाया था ।उसके बाद भी पुलिस ने मुक़दम्मे को धारा 376 में मामले को तरमीम नही किया, जिसमें बच्ची के परिजनों ने गौरव सिकरवार नाम के मनचले युवक पर बेटी को अक्सर परेशान करने और छेड़खानी का आरोप लगाया था।इस बात को लेकर आज राष्ट्रीय स्वर्ण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज धौरिया पीड़ित परिजनों से मिलने एटा पहुंचे जब उन्होंने पुलिस की शिथिल कार्यवाही के बारे में बताया तो ब्राह्मण समाज मे आक्रोश पनप गया और राष्ट्रीय अध्य्क्ष ने परिजनों को साथ लेकर भारी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोगों के साथ जिलाधिकारी आवास का घेराव कर लिया।
जिलाधिकारी के आवास के घेराव की जानकारी की बात सुनते ही पुलिस प्रशासन सकते में आ गया और सूचना के बाद अपर पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश सिंह और जिला प्रशासन से एडीएम प्रशाशन विवेक मिश्रा मौके पर पहुंच गए पुलिस ने परिजनों को समझाया,बुझाया।
उसके बाद पंकज धोरिया के साथ परिजनों ने अपर जिलाधिकारी विवेक मिश्र को ज्ञापन सौंपा। वही पीड़ित परिजनों को सुरक्षा और 30 लाख का मुआवजा के साथ आरोपी के खिलाफ फाँसी की कार्यवाही की मांग की है।
(रिपोर्ट-आर.बी. द्विवेदी,एटा)