न्यूज डेस्क– भारतीय सेना के जवान की हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसे में मौत हो गई। जिसके बाद गुरुवार रात उसका शव नसीराबाद के कांटा गांव लाया गया। शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया, लेकिन शव के साथ विभाग का कोई अफसर न आने से परिवारीजनों का गुस्सा भड़क गया और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
पिता ने आरोप लगाया कि जवान का अपमान किया गया है। जवान को शहीद का दर्जा दिलाया जाए। बाद में भाजपा विधायक व अन्य अधिकारियों के समझाने पर साढे़ 10 घंटे बाद दोपहर 12.30 बजे शव का अंतिम संस्कार किया गया।
नसीराबाद के कांटा गांव निवासी लायंस सेना नायक सुरेंद्र प्रताप सिंह की हिमाचल प्रदेश के कुल्लू मनाली में सड़क हादसे में मौत हो गई। गुरुवार की रात दो बजे मृत जवान का शव गांव पहुंचा तो परिवारीजन में कोहराम मच गया।
जवान के पिता धीरेंद्र कुमार सिंह बेटे का शव आर्मी अधिकारियों द्वारा अपमान के साथ भेजे जाने से नाराज हो गए और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। कहा कि बेटे की मौत ऑन ड्यूटी हुई है, इसलिए उसे शहीद का दर्जा दिया जाए।
भाजपा विधायक ने किसी तरह समझाया
नसीराबाद एसओ राकेश कुमार ने उच्याधिकारियों को मामले से अवगत कराया। मौके पर पहुंचे सलोन एसडीएम आशीष सिंह व सलोन सीओ गोपीनाथ ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिवारीजन नहीं माने।
भाजपा विधायक दल बहादुर कोरी मौके पर पहुंच परिवारीजनों को सरकार द्वारा जो भी होगा मदद दिलाने का आश्वासन दे शांत कराया। इसके बाद दोपहर साढ़े 12 बजे शव का गांव में ही अंतिम संस्कार कर दिया।