न्यूज डेस्क — रविवार को अमृतसर के राजासांसी में संत निरंकारी समागम के दौरान तीन लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 20 से अधिक लोग घायल है। इस मामले की जांच एनआईए कर रही और इस बीच कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। पंजाब पुलिस के मुताबिक ग्रेनेड अटैक में शामिल पल्सर की पहचान हो चुकी है। इस सिलसिले में पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे हैं।
वहीं पुलिस का कहना है कि बहुत जल्द ही इस ग्रेनेड अटैक के गुनाहगार कानून की गिरफ्त में होंगे। स्थानीय लोगों को अलर्ट किया गया है। इसके साथ ही गांववालों से भी सहयोग की अपील की गई है। खबरों के मुताबिक दो साल पहले पल्सर बेची गई और इस संबंध में और जानकारी इकट्ठा की जा रही है।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को कहा था कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह हमला आईएसआई के माध्यम से खालिस्तानी/ कश्मीरी आतंकी समूहों द्वारा किया गया है।
पुलिस टीमों ने कई जगहों पर छापे मारे हैं और उन्हें कुछ संदिग्ध चीजें मिले हैं। जांच एजेंसियां इस मामले की जांच कर रही हैं। इससे पहले शुक्रवार को खबर आई थी कि जैश ए मोहम्मद के खूंखार आतंकी जाकिर मूसा को पंजाब में देखा गया है, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियां हाईअलर्ट पर हैं।
गौरतबल है कि अमृतसर के अधिवाला गांव में निरंकारियों के भवन पर सत्संग के दौरान दो मोरसाइकिल सवार युवकों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई व 20 से अधिक लोग घायल हो गए। वहीं ग्रेनेड हमले में मारे गए लोगों के लिए पंजाब सरकार ने 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने इस हमले में घायलों का मुफ्त इलाज करने का भी ऐलान किया है।