कन्नौज — सरकार भले ही आयुष्मान भारत के जरिए देश को स्वस्थ बनाने का दावा कर रही हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं.
सरकार की इन योजनाओं को सफल बनाने के लिए संसाधनों के साथ फिलहाल अस्पतालों को ही इलाज की जरूरत है.ताजा मामला कन्नौज के जिला का जहां अस्पताल का हाल भगवान भरोसे है. ना ही स्ट्रेचर है, ना डॉक्टर, ना एंबुलेंस और ना ही सामान्य सुविधाएं.
दरअसल कन्नौज के जिला अस्पताल में लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. जहां एम्बुलेंस और स्ट्रेचर न मिलने से मरीज को साइकिल पर बैठाकर लाना पड़ा. पैर में चोट लगने के कारण मरीज चलने में असमर्थ था, परिजनों ने परेशानी को देखते हुए साइकिल पर बैठाकर ही अस्पताल लाना ठीक समझा. इस घटना के बाद अस्पताल प्रशासन में पहुंचने पर हड़कम्प मच गया. सब एक-दूसरे का मुंह देखते नजर आ रहे हैं.
जब मरीज की पहचान की गई तो वो अस्पताल का ही स्टाफ मेंबर निकला. ये सोचने वाली बात है कि अगर स्टाफ को कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही तो आम मरीजों के साथ क्या होता होगा.
जिला अस्पताल की लापरवाही के चलते तीमारदार मरीज को साइकिल पर ले गए और जब अस्पताल एक्सरे को लेकर साइकिल से उतारने के लिए साइकिल को खड़ा किया गया तो स्टाफ ने आकर कार्यवाई की धमकी दी. और तो और उसे एक्सरे रूम में जाने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं दी गई.हालांकि परिजनों किसी तरह मरीज को उठाकर एक्सरे रूम तक पहुंचाया.