कोरोना वायरस के कहर से ठप पड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए यूपी सरकार कुछ कड़े फैसले भी कर सकती है। वहीं बुधवार को हुई योगी कैबिनेट की बैठ में दिल्ली की तरह यूपी भी शराब (Alcohol) पर विशेष कोरोना शुल्क लगा दिया गया है। जिसके बाद शराब के दाम बढ़ गए है। इससे पहले भी जनवरी में उत्तर प्रदेश सरकार ने शराब की कीमतों में इजाफा किया था।
ये भी पढ़ें..यूपी में निजी दफ्तरों के साथ इन दुकानों को खोलने की इजाजत
10 से 500 रुपये तक बढ़े दाम
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट बैठक में पेट्रोल और डीजल के वैट में वृद्धि के साथ अंग्रीजी शराब (Alcohol) की कीमतें भी 10,20,30 रुपये की बढौतरी की गई है। मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि कीमतों में वृद्धि बुधवार रात 12 बजे से लागू होगी।
वित्र मंत्री ने कहा कि देसी शराब की कीमत में पांच रुपए की वृद्धि की गई है। मसलन 65 रुपए वाली शराब 70 रुपए की मिलेगी। अंग्रेजी शराब पर 180 एमएल तक 10 रुपए तक की वृद्धि हुई, 180 एमएल से 500 एमएल तक 20 रुपए की वृद्धि हुई है। 500 एमएल से ऊपर 30 रुपए तक बढ़ोत्तरी हुई है।
इसके अलावा ऊंचे ब्रांड की विदेशी मदिरा पर 180 एमएल तक 100 रुपए, 180 से 500 एमएल तक 200 रुपए और 500 एम एल से ऊपर 400 रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है। यह रेट तत्काल प्रभाव से लागू होंगे। वित्त मंत्री ने बताया कि आबकारी में वृद्धि से सरकार को 2350 करोड़ राजस्व प्राप्ति की उम्मीद है।
43 दिन बाद खुले ठेका
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण बीते 24 मार्च से लॉकडाउन से सरकार को अप्रैल में उम्मीद से बेहद कम वार्षिक लक्ष्य का मात्र 1.2 फीसद कर राजस्व ही मिला है। सूत्रों के मुताबिक राजस्व में भारी कमी को देखते हुए राज्य सरकार, शराब की दुकानें खोलने के साथ ही शराब पर अतिरिक्त कोरोना शुल्क लगाने की तैयारी थी।
पेट्रोल-डीजल से 2070 करोड़ के राजस्व की होगी प्राप्ति
वित्त मंत्री ने बताया कि पेट्रोल और डीजल में वैट बढ़ाने से सरकार को 2070 करोड़ के राजस्व की प्राप्ति होगी। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के साथ ही शराब बंदी हुई। जिसकी वजह से अवैध शराब की बिक्री बढ़ गई। 4 मई तक 88 हजार से ज्यादा की अवैध शराब इस दौरान जब्त की गई।
ये भी पढ़ें..Lockdown:बसपा नेत्री ने योगी सरकार से की ये मांग