लखनऊ — लखनऊ विधानसभा और सीएम हाऊस के बाहर आलू फेंके जाने का मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है .इस मामले ने एक नया मोड ले लिया है बताया जा रहा है कि आलू फेंकने वाले किसान नहीं बल्कि सामाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता थे.
राजधानी पुलिस ने इस मामले में कन्नौज से सपा के दो नेताओं को गिरफ्तार किया है.वहीं एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में कन्नौज से सपा के दो नेताओं को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आलू फेंकने की योजना अखिलेश यादव के दो करीबी नेताओं ने मिल कर बनाई थी. भाजपा ने पहले ही आलू फेंकने की घटना को योगी सरकार ने बदनाम करने की साजिश बताया था.
दरअसल कड़ाके की ठंड के बीच लखनऊ के वीवीआईपी इलाके में जहां मुख्यमंत्री से लेकर राजयपाल, मंत्री और बड़े बड़े अफसर रहते हैं वहां लोग जब छह जनवरी की सुबह जागे तो हर तरफ सड़कों पर आलू फैला था. आलू, कन्नौज के कोल्ड स्टोरेज से आठ गाड़ियों में भर कर लखनऊ लाया गया था.
यूपी पुलिस को अनुसार कन्नौज में समाजवादी पार्टी नेता कक्कू चौहान और एक महिला नेता के पति ने ये पूरी प्लानिंग की थी. पांच जनवरी को सब लोग समाजवादी पार्टी के यूथ विंग के लखनऊ ऑफिस के पास जमा हुए थे.पूर्व सीएम अखिलेश यादव के दो करीबी नेता भी यहां पहुंचे. फिर रात मेंम ही तय हुआ कि सवेरे-सवेरे लखनऊ की आठ जगहों पर आलू फेंके जाएंगे. कन्नौज के प्रदीप सिंह और अंकित सिंह को ये काम दिया गया.
वहीं सीसीटीवी कैमरों में गाड़ी और आलू फेंकने वालों की तस्वीरें पुलिस ने निकाल ली हैं. मोबाइल फ़ोन पर उनके लोकेशन से पुलिस ने इस पूरे खेल से परदा उठा दिया है. इस मामले में पुलिस ने कन्नौज के सपा नेता के करीबी अंकित सिंह और डाला चालक संतोष पाल को गिरफ्तार किया है. हालांकि सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने तीसरे आरोपी की दबाव के चलते गिरफ़्तारी नहीं दिखाई है.