प्रतापगढ़ — सूबे के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र प्रताप सिंह “मोती” शुक्रवार को अपने गृह जनपद प्रतापगढ़ के दौरे पर थे, इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने अपने विधानसभा को 55 करोड़ रुपये की 181 परियोजनाओं व पालीटेक्निक का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
पट्टी विधानसभा के आसपुरदेवसरा ब्लॉक परिसर मे इस कार्यक्रम का आयोजित किया गया था। जिसमें डीएम, सीडीओ समेत जिले के तमाम अफसर भी मौजूद रहे। लेकिन अपने बयान को लेकर चर्चित रहने वाले सूबे के कैबिनेट मंत्री मोती सिंह मंच से जनता को संबोधित करते हुए बड़े ही जोश मे दिखे और मंच से ही मंत्री ने अजब -गजब तरीके से काँग्रेस, बसपा, सपा पर बड़ा हमला भी बोला।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री ने मायावती पर टिप्पणी करते हुए कहा कि बहन मायावती का नाम लेने पर शरीर का रोवा खड़ा हो जाता है। अगर मायावती आई तो सब रुपया रज़ाई और बक्से मे भर के रख लेगी। जिसको मैंने आज आवास की चाबी दिया है उसको छोर कर अपने पास रख लेगी। जितना केला सेब आज बाल विकास वाले ने महिलाओ को दिया उसको खुद ही खा कर तन्दरुस्त रहिए जनता गरीब के गरीब ही रहिए। वही मंत्री मोती सिंह ने मंच से अखिलेश यादव पर भी हमलावार दिखे।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जनसभा मे बैठे बुजुर्ग डरे हुए है कही मेरा बेटा भी अखिलेश ना हो जाए। मुलायम की तरह पकड़ के बाहर ना निकल दें और तिजोरी की चाभी भी ले ले, गाव के जानवर की तरह गाव मे घूमा, जब अपने पिता को घर से निकाल दिया तो आपको कहेगे क्या आप घर मे रहिए। घर की चाभी भी छिन लेगे, वही सबसे बड़ा हमला मंत्री ने काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गाधी पर करते हुए उनकी खिल्ली भी उड़ाई।
मंत्री ने कहा की कमल का फूल देश मे नही आयेगा तो कौन आएगा काँग्रेस के राहुल गाधी जो कब क्या बोलने लगे कुछ पता नही। कब गेंहू को घान और घान को गेंहू बोल दे। अगर राहुल को खेत के पास खड़ा कर दे वह गेंहू की बाली को चना बताएगे, जिसको ऊर्द और मूग की दाल मे फर्क ना मालूम हो। राहुल गाधी गेंहू बोने के लिए नही बल्कि गेंहू का पेड़ लगाने के लिए कहेंगे, गेहू का पेड़ लगाओ बहुत ही बड़ा होगा।
वही मोदी की तारीफ करते हुए मंत्री ने जनता से कहा की अगर देश सुरक्षित हाथों मे चाहते है तो मोदी जी को ही वोट दिजिएगा।क्योंकि मोदी जी गरीबी को जानते है उनकी माँ ने चाय बेच कर उनको पढ़ाया, लिखाया और खिलाया है। इसलिए यहा पर बैठे गरीबो के दर्द को प्रधानमंत्री जी समझते है।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)