इलाहाबाद — अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं को लेकर एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है। अय्याश बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के कारनामे सामने आने के बाद समाज में साधू- संतों की खराब हो रही छवि के मद्देनजर अखाड़ा परिषद ने शुक्रवार को एक इमरजेंसी बैठक बुलाई है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में फर्जी बाबाओं की एक और लिस्ट जारी की जाएगी।इसके अलावा इस बैठक में योगी सरकार द्वारा अगले साल लगने वाले अर्द्धकुंभ का नाम बदलकर कुंभ किए जाने के फैसले पर भी चर्चा की जाएगी।दरअसल अखाड़ा परिषद का मानना है कि अर्द्धकुंभ की परंपरा बेहद प्राचीन है, इसलिए इसका नाम बदलकर कुंभ किया जाना कतई ठीक नहीं है।गौरतलब है कि अखाड़ा परिषद ने इससे पहले 10 सितम्बर को गुरमीत राम रहीम, राधे मां, निर्मल बाबा, असीमानंद और नित्यानंद समेत 14 बाबाओं को फर्जी घोषित कर चुका है।
बता दें कि इलाहाबाद में 29 दिसम्बर को होने वाली अखाड़ा परिषद की बैठक में फर्जी बाबाओं के मुद्दे के अलावा अर्द्धकुंभ के लिए हो रहे कामों की निगरानी का ठेका स्विस कंपनी को दिए जाने का विरोध किया जाएगा और साथ ही कुंभ में व्यवस्थाओं की मानीटरिंग के लिए साधू- संतों की एक कमेटी बनाए जाने की मांग भी की जाएगी। अखाड़ा परिषद की इस बैठक में पदाधिकारियों के साथ ही सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।