अमेठी–अमेठी के आंगन में 50 साल पुराने गांधी परिवार को करारी शिकस्त देते हुए रूपहले पर्दे की आदर्श बहू ‘तुलसी’ ने आखिरकार अपनी जड़ें जमा ही लीं।
अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार सुबह यहां की जनता का आभार व्यक्त किया । स्मृति ने ट्वीट किया, “एक नयी सुबह अमेठी के लिए, एक नया संकल्प … धन्यवाद अमेठी … शत शत नमन।” उन्होंने लिखा, “आपने विकास पर विश्वास जताया, कमल का फूल खिलाया। अमेठी का आभार ।”
एक समय टीवी सीरियल में तुलसी के किरदार से छा जाने वाली स्मृति इरानी के सियासी सफर की कहानी दिलचस्प है। 2014 में हार के बावजूद अमेठी में विकास कार्यों को सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने लगातार दौरे करते हुए जनता के बीच आधार बनाया। करीब 60 दिनों तक स्मृति गौरीगंज में एक किराए के घर कृष्णा मैंशन में ठहरीं, जिसके मालिक राकेश गुप्ता हैं। 2014 से 2019 के दौरान स्मृति ने चुपचाप अमेठी के 63 दौरे किए। दूसरी ओर राहुल ने इस दौरान 28 बार अपने संसदीय क्षेत्र का रुख किया। कई बार वह केंद्रीय मंत्रियों मसलन संजीव बालियान या मनोहर पर्रिकर के साथ अचानक गांवों में पहुंचकर लोगों को साड़ी, कपड़े, जूते और यहां तक कि कई बार किताबें भी बांटती नजर आईं।
अपने पूरे प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने स्थानीय विधायकों जैसे कि गरिमा सिंह, दल बहादुर, मयंकेश्वर शरण सिंह को तवज्जो देते हुए सभी जातियों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया। अमेठी लोकसभा प्रभारी और यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने अपनी टीम में ऐसे कई लोगों को शामिल किया जिन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना या उज्ज्वला योजना जैसी स्कीम का फायदा पहुंचा। इसके साथ ही स्मृति ने बीजेपी के जिला प्रभारी दुर्गेश, गोविंद चौहान और शहर में बड़ी मसाला कंपनी चलाने वाले कारोबारी राजेश की जुगलबंदी की बदौलत लोगों की समस्याओं और शिकायतों तक सीधी पहुंच बनाई।