लखनऊ — लोकसभा चुनाव 2019 में जो हाल सपा का हुआ है, उसकी कल्पना किसी को भी नहीं थी, सपा अपने ही घरों में हार गई, ये अखिलेश यादव के लिए किसी कुठाराघात से कम नहीं है।
गौरतलब है कि महज 5 सीटों पर सिमटने वाली समाजवादी पार्टी के अंदर इस वक्त काफी निराशा है तो वहीं इसी बीच अब खबर आ रही है कि पार्टी के अंदर हार को लेकर अब ‘तू-तू, मैं-मैं’ शुरू हो गई है। खबरों के मुताबिक रामगोपाल यादव ने हार का सारा दोष अखिलेश यादव के सिर मढ़ दिया है।
चाचा रामगोपाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने सीटों का बंटवारा ठीक से नहीं किया, जिसकी वजह से पार्टी को नुकसान हुआ और उसे हार का सामना करना पड़ा है, खबर ये भी है कि इस वक्त यादव परिवार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है, वैसे यहां आपको बता दें कि भले ही सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा चुनाव में अखिलेश और मायावती संग चुनाव रैलियां की हों लेकिन वो इस गठबंधन से खुश नहीं थे, सपा-बसपा के गठबंधन पर जब 38 सीटों पर बात आई थी तो भी मुलायम ने कहा था कि हम तो पहले ही आधी सीटें हार गए।
जिस पर अखिलेश ने कहा था कि अगर मोदी सरकार को हराने के लिए हमें दो कदम पीछे भी हटना पड़े तो वो हटेंगे और इसी वजह से मुलायम चाहकर भी बेटे को रोक नहीं पाए, हालांकि आज सपा संस्थापक की बात सही निकली और शायद सपा की स्थिति का अंदाजा उन्हें पहले ही हो गया था और इसी वजह से उन्होंने अखिलेश के लिए आजमगढ़ से लड़ने का फैसला किया था।
पार्टी को शिवपाल यादव के अलग होने और चुनाव अलग लड़ने की वजह से भी नुकसान हुआ है, शिवपाल के अलग होने की वजह भी अखिलेश यादव ही थे, फिलहाल पार्टी के अंदर काफी आक्रोश, गुस्सा और निराशा फैली हुई है, इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है।