लखनऊ– भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री रहे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों का विसर्जन रविवार शाम हरिद्वार में हर की पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर गंगा में प्रवाहित किया गया। इसके बाद अस्थियों का विसर्जन 23 अगस्त को लखनऊ में होना है।
जिसकी तैयारियों में प्रशासन तेजी से लगा हुआ है। यह विसर्जन गोमती नदी के झूलेलाल वार्टिका में किया जाएगा। इस विसर्जन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के साथ कई मंत्री व करीब 70 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद जताई जा रही है। जिहाजा इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है।
जिसके मद्देनजर लखनऊ के डीएम, एसएसपी, एलडीए के वीसी ने घाट का निरीक्षण किया। वैसे बता दें कि पहले रविवार को ही अस्थि कलश को लखनऊ लाने का कार्यक्रम तय था। लेकिन आखिरी समय पर इसमें बदलाव कर दिया गया।
अब अस्थि कलश हरिद्धार से 21 अगस्त को लखनऊ लाया जाएगा। हरिद्वार में गंगा नदी में आज उनकी अस्थियों के विसर्जन के कार्यक्रम के कारण लखनऊ का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। अब 21 अगस्त को विशेष विमान से अटल बिहारी वाजपेयी के अस्थि कलश को लाया जाएगा।
इसके अलावा प्रदेश के सभी जनपद मुख्यालय पर 25 अगस्त को और सभी मंडल इकाइयों में 27 एवं 28 अगस्त को श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम के अनुसार अमौसी एयरपोर्ट से अस्थिकलश यात्रा कृष्णानगर, अवध चौराहा, सिंगार नगर, आलमबाग चौराहा, टेढ़ी पुलिया, मवैया, चारबाग, बांसमंडी, लालकुआं होते हुए महाराणा प्रताप चौराहा, बर्लिंगटन चौराहा, बापू भवन होते हुए प्रदेश बीजेपी दफ्तर पहुंचेगी। यहां अस्थिकलशों को लोगों के दर्शनार्थ रखा जाएगा।
यहां से प्रदेश के अन्य स्थानों के लिए अस्थि कलश रवाना किए जाएंगे। इसी कड़ी में 23 अगस्त को अपराह्न 3 बजे गोमती किनारे झूलेलाल पार्क में सर्वधर्म और सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई है। इसमें सभी दलों के अध्यक्षों और सभी धर्मों के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके बाद अटल जी के अस्थिकलश को गोमती में प्रवाहित किया जाएगा।