लखनऊ–विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामे के साथ हुई। विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के बीच बिजली के मुद्दे पर बहस हुई। सपा चाह रही है कि बिजली पर बहस हो। वहीं, मंत्री ने कहा- “अखिलेश सरकार ने कभी बिजली दी नहीं और अब बिजली बात कर रहे हैं।
श्रीकांत शर्मा ने कहा- “अखिलेश यादव सरकार में कुछ परिवार को 24 घंटे बिजली मिलती थी जबकि आम जनता को नहीं। योगी आदित्यनाथ की सरकार इनके चेहरे से नक़ाब उतरेगी। बिजली के मुद्दे को लेकर सपा के विधायक वेल में बैठे गए। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही सोमवार 18 दिसम्बर तक स्थगित कर दी गयी।
हंगामे के बाद विधानसभा की कार्यवाही कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई है। इससे पहले हंगामे के गुरुवार को यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामे के बाद शुरू हुआ था। सुबह विपक्षी दलों के हंगामे के बाद विधानपरिषद और विधानसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थागित कर दी गई थी। विपक्षी दल सरकार से कानून व्यवस्था, किसानों की मदद और यूपीकोका के लेकर हंगामा कर रहा था। बिजली के बढ़े हुए दामों के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया था।