न्यूज डेस्क — देश विरोधी भड़काऊ भाषण देने के मामले फरार चल रहे शरजील इमाम को बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी, दिल्ली, असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर पुलिस ने शरजील के खिलाफ देशद्रोह का मुकदाम दर्ज किया था. उसकी तलाश बिहार से लेकर दिल्ली तक छापे मारे जा रहे थे.
बता दें कि सोशल मीडिया पर शरजील का एक विवादित वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में वह असम को लेकर भड़काऊ भाषण देता दिखाई दिया था.जिसके बाद पुलिस लगातार शरजील इमाम की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी. वहीं मंगलवार को केंद्रीय एजेंसी की टीम काको स्थित मल्लिक टोला पहुंची थी. शरजील इमाम के घर की पुन: तलाशी ली गई थी. इस दौरान पुलिस ने शरजील के छोटे भाई मुजम्मिल इमाम और उसके दोस्त मो. इमरान को अपने साथ ले गई.
क्यों गिरफ्तार हुए शरजील?
दरअसल शरजील ने अपने भड़काऊ में भाषण देते हुए कहा था कि बिहार का ही एग्जांपल दूंगा. हर रोज एक-दो बड़ी रैली होती है. कन्हैया वाली रैली देख लीजिए. पांच लाख लोग थे उस रैली में. मसला सिर्फ इतना-सा है और ये मैं पहले भी कह चुका हूं. पांच लाख लोग हमारे पास ऑर्गनाइज हों, तो हम हिन्दुस्तान और नॉर्थ-ईस्ट को परमानेंटली कट कर सकते हैं. परमानेंटली नहीं कर सकते, तो कम से कम एकाध महीने के लिए तो कर ही सकते हैं.
ये शब्द शरजील इमाम के हैं.जो जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में पीएचडी का छात्र है जिसने 16 जनवरी को JNU में AMU के कुछ छात्र नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.इस दौरान शरजील के भड़काऊ भाषण दिया था. इसके बाद से कई राज्यों की पुलिस शरजील को खोज रही थी.
बता दें कि शरजील इमाम मूल रूप से बिहार के जहानाबाद जिले के काको गांव रहने वाला है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिता मरहूम अकबर इमाम जेडीयू के नेता रह चुके हैं. शरजील जेएनयू से आधुनिक भारतीय इतिहास में पीएचडी कर रहा है. आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएशन किया है कंप्यूटर साइंस में. नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के खिलाफ है. इस तरह के विरोध प्रदर्शनों में अपनी बात रखता रहा है.