प्रतापगढ़ नगर कोतवाली के मारुत नगर में हुए गैंगवार मामले के दो हत्यारोपी आनन्द तिवारी और सर्वेश तिवारी पुलिस कस्टडी से फरार हो गए।
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इस मामले में एसपी ने ड्यूटी पर तैनात रहे दो सब इंस्पेक्टर और दो आरक्षियों को निलंबित कर दिया। प्रयागराज के आनन्द हॉस्पिटल में 8 मई से दोनों हत्यारोपियों का इलाज चल रहा था। दोनों आरोपियों की फरारी के बाद जहा पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया तो वही पीडित भयभीत है ।
मामला है नगर कोतवाली के मारुत नगर में पिकनिक स्पॉट की जमीन पर भूमाफिओ ने जिला प्रशासन और राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से सई नदी की बेड में कब्जा करके कालोनी बसा दी, इसमे शामिल भूमाफियाओं के बीच पैसों को लेकर विवाद हुआ और ये कालोनी युद्ध क्षेत्र बन गई। मामला है बीती 8 मई का जब भूमाफियाओ के दोनो गुट आमने सामने हो गए और इस गैंगवार में दोनों गुटों में जमकर गोलियां तड़तड़ाई और कोहराम मच गया। एक पक्ष के राम पांडेय और लक्ष्मण पाण्डेय जो जुड़वा भाई थे इसमे राम के सीने में गोली लगी होने के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने रेफर कर दिया था जहा राम लक्ष्मण की जोड़ी टूट गई और राम की मौत हो गई।
परिजनों ने अंतिम संस्कार के बाद 9 मई को मुकदमा दर्ज करा दिया तो वही दूसरे पक्ष आनन्द तिवारी और सर्वेश तिवारी को भी बाद में बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों ने प्रयागराज के एसआरएन रेफर कर दिया लेकिन दोनों आनन्द हॉस्पिटल में भर्ती हो गए और 12 मई को आनन्द और सर्वेश की तहरीर पर पेशबन्दी में मुकदमा दर्ज किया गया था। 5 माह से इलाज के नाम पर भर्ती रहे इस दौरान दोनों आरोपियों का पुलिस कस्टडी में चलता रहा। बताया जाता है कि एक अक्टूबर की रात दोनों बिना पुलिस को बताए फरार हो गए जिसके बाद एसपी ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया। बीते पांच माह से मृतक के भाई और परिवार को लगातार धमकियां दी जाती रही। अब पूरा परिवार डरा सहमा हुआ है और पुलिस के चक्कर लगा रहा है।
(रिपोर्ट – मनोज त्रिपाठी, प्रतापगढ़)