एटा– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा और संवेदनाओ से जुड़े मामलों को लेकर त्वरित कार्यवाई करने के लाख निर्देश दे रही हो लेकिन यूपी पुलिस उनके आदेशों को कितनी गंभीरता से ले रही है।
इसकी बानगी एक बार फिर एटा में देखने को मिली है। जब पति की हैवानियत का शिकार उसकी पत्नी और चार बच्चे दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है और पत्नी और बेटियों को घर पहुंचने पर दूसरी बीबी के चलते बेरहम तरीके से पति द्वारा सरेआम पिटाई की जाती है। जब पीड़ित स्थानीय थाना पिलुआ पुलिस के पास न्याय की गुहार लगाती है तो उसकी कोई सुनवाई नहीं होती। कियोकि पीड़िता का आरोप है कि उसकी 80 हजार की भैंस थाना पिलुआ के एसएचओ महाराज सिंह भाटी ने भैंस को अपने कब्जे में लेकर 80 हजार की भैंस 24 हजार में बेचकर वो रुपया भी थाना पिलुआ के एस एचओ महाराज सिंह भाटी ने ले लिया है। इसके अलावा भी पति से पुलिस मदद के नाम पर 35 हजार रुपये की नगदी लेकर आरोपी पति की मदद कर रहा है।
पिछले दो महीने से पति की प्रताड़ना का शिकार मॉं अपनी चार बेटियों के साथ पुलिस के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा लगाते-लगाते थक गई है और उसने थक हार कर आज एसएसपी कार्यालय पर अपने परिवार के साथ एसएसपी कार्यालय पहुच धरना दे दिया। लेकिन आज तक पिलुआ पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ कोई कार्यबाही नहीं की है। जिससे परेशान होकर आज पीड़ित महिला अपने बच्चो के साथ धरने पर बैठने को मजबूर है और आरोपी पति के खिलाफ पुलिस कार्यबाही नहीं होने पर आत्म हत्या करने की बात कह रही है। बेशर्म पुलिस अधिकारी मामले को टालते हुए अपने अधीनस्थ एसएचओ पिलुआ को बचाने में लगे है और भैंस बेचने की बात पर उखड़ते हुए मामले को दबाने में लगे है।
(रिपोर्ट-आर.बी.द्विवेदी, एटा)