मेरठ — उत्तरी भारत की सबसे बड़ी यात्रा कांवड़ यात्रा अब शुरू हो गई है और हरियाणा, राजस्थान सहित दूरदराज के कावड़िए हरिद्वार से जल उठा कर मेरठ से गुजरने लगे हैं। जिसको देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए है।
वहीं लगभग 121 किलोमीटर लंबी कांवड़ पटरी मार्ग पर पढ़ने वाली नहर में भी मेरठ जोन एडीजी प्रशांत कुमार ने कांवड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए ख़ास इंतज़ामात किये जिसके लिए गाजियाबाद की 41वी वाहिनी पीएससी के गोताखोरों की एक टीम को ड्यूटी पर लगाया गया है टीम के चार चार सदस्य 24 घण्टे ड्यूटी पर तैनात रहते हैं। क्योंकि रास्ते में आते वक्त कावड़िए नहर में आते हैं और इस दौरान बड़े हादसे का शिकार हो जाते हैं।
कई बार तो नहर में गिरने से कावंड़िये लापता तक हो जाते हैं। इनके अलावा आसपास के गांवों से भी कई प्राइवेट गोताखोरों को सुरक्षा में तैनात किया है। हमारे संवाददाता प्रदीप शर्मा ने रेस्क्यू टीम के साथ बोट में बैठकर ग्राउंड जीरो सेनहर की सुरक्षा इंतज़ामात का जायजा लिया।
(रिपोर्ट-प्रदीप शर्मा,मेरठ)