फर्रुखाबाद — प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में ढाई घाट मेले में कल्पवास को आये महाराष्ट्र के संतोष गिरी अपनी परिवार पत्नी निशा( 40) बर्षीय दो जुड़वाँ पुत्र सोहन व संस्कार और दो पुत्री 12 वर्षीय तथा बैष्णवी 26 वर्षीय के साथ अपनी झोपडी में अलाव जलाकर ताप रहे थे।
तभी अचानक धूने में जल रहे अलाव कि चिंगारी से फूस की झोपडी में आग लग गयी। देखते – देखते आग ने बिक्राल रूप ले लिया। काफी जद्दो जहद के बाद इन लोगों को बाहर निकाला जा सका।वहीं पुलिस सूचना के करीब 2 घंटे बाद पहुंची।
गौरतलब है कि रामनगरिया में इतना बड़ा मेला होने के बाबजूद प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम नही है।अभी इस आग में केवल पांच लोग ही जख्मी हुए लेकिन इसी प्रकार के इंतजाम बने रहे तो आगे और भी बड़ी घटना हो सकती है, क्या प्रसाशन किसी बड़ी घटना होने के बाद मेले की सुरक्षा के लिए इंतजाम करेगा।यदि पुलिस जब दो घंट में घटना स्थल पर पहुंची तो इसका मतलब रात्रि में मेले की सुरक्षा भगवान भरोसे है।वहीं शमसाबाद थानाध्यक्ष रविन्द्र नाथ यादव उन्हें सी.एस.सी लेकर आये जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद लोहिया अस्पताल के लिये रिफर किया।फिलहाल सभी घायल खतरे से बाहर ।
रिपोेर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद