सहारनपुर– उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में यूपी पुलिस की निर्दयता का मामला सामने आया है। यहां एक सड़क हादसे में दो किशोरों की माौत हो गई। मरने से पहले घायल अवस्था में पड़ा एक किशोर डायल 100 के पुलिस कर्मियों से गुहार लगाता रहा ।
कि उसे अस्पताल पहुंचा दिया जाए, लेकिन डायल 100 वाहन के सिपाहियों ने वाहन के खून से गंदा होने का बहाना बनाकर सड़क पर ही तड़पने के लिए छोड़ दिया, जिससे उसे समय से उपचार नहीं मिल सका और उसकी भी मौत हो गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने डायल 100 पर तैनात सिटी कोतवाली के तीन पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
घटना सिटी कोतवाली क्षेत्र के सेतिया विहार की है। यहां के नुमाइश कैंप निवासी कपड़ा कारोबारी राकेश खुराना का 15 वर्षीय बेटा अर्पित अपने दोस्त सन्नी (16) के साथ रात में किसी काम से बाहर निकला था। लिंक रोड पर आशा गोयल नर्सिंंग होम के पास अचानक ब्रेक लगाने से बाइक अनियंत्रित हो गई। दोनों बाइक सवार नाले में जा गिरे। इस घटना में अर्पित ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि घायल सन्नी सड़क पर पड़ा रहा। उसने किसी तरह से डायल 100 को फोन किया। आरोप है कि कॉल पर डायल 100 के 3 पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन हॉस्पिटल नहीं ले गए। बताया जा रहा है कि दोनों युवक खून से लथपथ थे, इस वजह से पुलिसकर्मी उन्हें हॉस्पिटल नहीं ले गए। सन्नी चिल्लाता रहा कि साहब, उसे हॉस्पिटल पहुंचा दो, लेकिन पुलिसवालों ने गाड़ी गंदी होने का बहाना बताकर मौके से निकल गए। पुलिसकर्मियों का कहना था कि गाड़ी गंदी हो जाएगी तो हम कहां बैठेंगे। किसी तरह से परिजनों को जानकारी मिली तो आसपास के लोगों के साथ मौके पर पहुंचे और घायल सन्नी को हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया।