लखनऊ– समाजवादी पार्टी से निकाय चुनाव में पार्षद पद के लिए नॉमिनेशन करने पहुंची दुर्गेश नंदिनी अचानक फूट-फूटकर रोने लगी। मंगलवार को वह अपने समर्थकों के साथ राजधानी के हजरतगंज स्थित नगर निगम मुख्यालय नॉमिनेशन करने पहुंची थी।
जब मीडियाकर्मियों ने उनसे कुछ पूछना चाहा, तो उन्होंने कहा, ”मैं आज कुछ बोल नहीं सकती, आप सब जानते हैं।” बता दें, 1 नवंबर 2015 को नंदिनी के पार्षद पति बंटू यादव को बदमाशों ने गोली मार दी थी। 7 नवंबर 2015 (आज के ही दिन) उनकी मौत हो गई थी।
सपा के पार्षद रहे बंटू यादव हजरतगंज के नरही में 1 नवंबर को एक शोक सभा में पहुंचे थे। इसी दौरान बदमाशों ने उनपर अंधाधुंध फायरिंग कर लहूलुहान कर दिया। गंभीर हालत में उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां 7 नवंबर को उनकी मौत हो गई। बता दें, बंटू यादव को सरेराह गोली मारे जाने को लेकर कई दिनों तक क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी रही। पुलिस ने इस मामले में आरोपी हिस्ट्रीशीटर शिव यादव और उसके साथी वैष्णव को गिरफ्तार किया था, जो अभी जेल में हैं।
नरही के रामतीर्थ वार्ड से सपा के पार्षद अतुल यादव उर्फ बंटू यादव की हत्या के बाद खाली हुए पद के लिए उपचुनाव कराया गया था। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी दुर्गेश नंदिनी 1795 वोटों से विजयी हुई थी। नंदिनी को 2770 वोट मिले थे। वहीं, बीजेपी के प्रत्याशी को इस चुनाव में मात्र 975 वोट मिले थे। इस चुनाव में कुल 4130 वोट पड़े थे।