आगरा– विधानसभा चुनाव और नगर निगम चुनाव में समाजवादी पार्टी की मिली हार के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्षअखिलेश यादव ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। उन्होंने नगर निगम चुनाव में हार की समीक्षा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष के टेस्ट में पूर्व महानगर अध्यक्ष रईसउद्दीन फेल हो गए।
इसके चलते उन्हें महानगर अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। उनकी जगह अब वाजिद निसार को जिम्मेदारी दी गई है। वाजिद पहले भी महानगर अध्यक्ष रह चुके हैं।आगरा से महानगर अध्यक्ष हटाने के बाद पार्टी में खलबली का आलम है और माना जा रहा है इसके बाद और भी पदाधिकारियों पर गाज गिरेगी। आगरा में हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने इसके लिए पूर्व महानगर अध्यक्ष रईसउद्दीन कुरैशी को जिम्मा दिया था। मगर, निकाय चुनाव में पार्टी के केवल पांच प्रत्याशी ही जीत हासिल कर सके। इतना ही नहीं पार्टी सभी वार्डो में अपने प्रत्याशी भी नहीं उतार पाई थी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि चुनाव में हार के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने स्तर से समीक्षा शुरू की थी। माना जा रहा है कि महानगर अध्यक्ष के बाद कई और लोगों पर गाज गिर सकती है।
कानपुर महानगर में फजल महमूद की जगह मोहम्मद मुईन को महानगर अध्यक्ष बनाया गया है।इसी तरह कानपुर ग्रामीण में महेंद्र नाथ यादव की जगह राघवेंद्र सिंह को जिलाध्यक्ष, प्रतापगढ़ में भैया राम पटेल की जगह राम सिंह पटेल, जौनपुर जिले में राजनारायन बिंद की जगह लाल बहादुर यादव, बलिया जिले में यशपाल सिंह की जगह संग्राम सिंह यादव को, सुल्तानपुर में राम सहाय यादव की जगह रघुवीर यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। मुरादाबाद जिले में हाजी इकराम कुरैशी की जगह राजीव सिंघल को, मुरादाबाद महानगर में सुएब हसन पाशा की जगह मन्नू कुरैशी को महानगर अध्यक्ष और गौतम बुद्धनगर में फकीरचंद नागर की जगह वीरसिंह यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
इसी तरह सहारनपुर जिले में जगपाल दास गुर्जर की जगह रूद्रसेन को जिलाध्यक्ष और मुजफ्फरनगर में रिक्त महानगर अध्यक्ष पद पर मोहम्मद वसी अंसारी को जिम्मेदारी दी गई है। पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी ने बताया कि आने वाले कुछ दिनों में दूसरे जिलों में भी फेरबदल होगा।