फतेहपुर — उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के मलाका गाँव में कल हुए अग्निकांड में 75 घर जलकर खाक हो गए थे जिसके बाद जिला प्रशासन ने अग्निकांड पीड़ितों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 20 लाख रुपये और रहने के लिए ग्राम समाज की जमीन आवंटित किये जाने का निर्देश दिया था।
वहीँ अग्निकांड में दो शादी वाले घर भी जलकर खाक हो गए है जिनके यहाँ 20 दिन बाद बारात आनी थी। जहाँ बेटियों की शादी के लिए परिवार वालो ने एक-एक रुपया इकट्ठा कर बेटी के हाथ पीले करना था। लेकिन अग्निकांड से पूरा गांव जलकर खाक हो गया।
वहीँ जब शादी वाले घरो में लड़कियों से बात की तो उनका कहना था की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह सम्मलेन में उनका विवाह करा दिया जाए क्योंकि अब तो घर में खाने पिने के लिए भी कुछ नहीं बचा है।वहीँ जब गाँव वालो से बात की तो उनका कहना था की हम लोग यहाँ पिछले 70 वर्षो से रह रहे हैं तत्कालीन प्रधान ने खुन्नस के चलते गाँव की जमीन को वन विभाग की जमीन में दर्ज करा दिया और अब जिला प्रशासन आये दिन धमकियाँ दे रहा हैं।
जबकि इसकी शिकायत जिले के आलाधिकारियों से लगाकर केंद्रीय मंत्री और विधायक को देकर मांग किया है की हमारी जमीनों को हमें देकर कॉलोनिया बनाई जाए, जो जिला प्रशासन जमीन दे रहा हैं। वहा ना जाने की बात कहते हुए कहा की जिस जगह पर बुजुर्गियत से रह रहे हैं वहा से जिला प्रशासन हटाना चाहता है, कल हुए अग्निकांड में 75 घर जलकर खाक हो गए है और हमारी सरकार से मांग है की हमें अपनी बुजुर्गियत जमीन पर कॉलोनिया दी जाए।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद )