न्यूज़ डेस्क– भारत ने इंटरकॉन्टिनेंटल बलिस्टिक मिसाइल (ICBM) अग्नि-V का सफल परीक्षण किया है। इसका परीक्षण ओडिशा के अब्दुल कलाम आइलैंड (वीलर आइलैंड) से हुआ। परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम सतह से सतह पर मार करने वाले इस मिसाइल के दायरे में पूरा चीन होगा, जिसकी वजह से इस टेस्ट को रणनीतिक तौर पर बेहद अहम माना जा रहा है।
अग्नि-5 मिसाइल को डिआरडीओ ने तैयार की है। पृथ्वी और धनुष जैसी कम दूरी तक हमला करने में सक्षम मिसाइलों के अलावा भारत के बेड़े में अग्नि-1, अग्नि-2 और अग्नि-3 मिसाइलें हैं, जिन्हें पाकिस्तान को ध्यान में रखकर तैयार किया गया था। अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइलों को चीन को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। अंतिम बार अग्नि मिसाइल का परीक्षण 26 दिसंबर 2016 को किया गया था, तब कहा गया था कि यह थ्री स्टेज मिसाइल का फॉर्थ और फाइनल एक्सपेरिमेंटल है। इस मिसाइल का पहली बार टेस्ट अप्रैल 2012 में और दूसरी बार सितंबर 2013 में किया गया था। वही, इस आधुनिक मिसाइल का चौथा और पांचवा परीक्षण जनवरी 2015 और दिसंबर 2016 में किया था। अग्नि-5 मिसाइल की ऊंचाई 17 मीटर और चोड़ाई 2 मीटर है। इसका वजन 50 टन और यह डेढ़ टन तक परमाणु हथियार ढोने में सक्षम है। इसकी स्पीड ध्वनि की गति से 24 गुना ज्यादा है।