लखनऊ — योगी सरकार उत्तर प्रदेश में अवैध शराब बनाने और उसकी बिक्री पर अंकुश नहीं लग पा रही है। पुलिस व आबकारी विभाग की नाक के नीचे अवैध शराब का धंधा बदस्तूर जारी है।
ताजा मामला सहारनपुर और कुशीनगर जिला का है यहां जहरीली शराब पीने से 48 घंटे के भीतर 47 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा मौतें सहारनपुर में 18 और कुशीनगर में 10, जबकि 11 लोगों ने मेरठ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इसके अलावा उत्तराखंड में 28 लोगों की मौत की खबर है। जबकि अभी भी कई लोग जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं।
जहरीली शराब से हुई मौतों पर अखिलेश ने ली चुटकी कहा- इसलिए पीकर मर रहे लोग’
उधर इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने अवैध शराब के कारोबार से जुड़े हुए 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही हैं। वहीं इस बड़ी लापरवाही पर एसएसपी दिनेश कुमार ने नागल थाना प्रभारी सहित दस पुलिसकर्मी और आबकारी विभाग के तीन इंस्पेक्टर व दो कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए हैं।
कच्ची शराब पीने से 28 की मौत, कईयों की हालत गंभीर, मचा हाहाकार
गौरतलब है कि जहरीली शराब की बिक्री को रोकने की जिम्मेदारी आबकारी विभाग की होती है। लेकिन देखा गया है कि राज्य में अवैध शराब माफियाओं का हौसला हमेशा बुलंद ही रहता है। सरकार कोई भी हो पुलिस व आबकारी विभाग की नाक के नीचे अवैध शराब का धंधा बदस्तूर जारी रहता है।
यह पहला मामला नहीं जब जहरीली शराब से इतने लोगों की जान गई हो। इससे पहले अखिलेश सरकार में उन्नाव और लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 33 लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त भी कार्रवाई की बात कही गई थी।
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