लखनऊ — बिजली विभाग उत्तर प्रदेश की जनता को 440 वोल्ट का झटका देने जा रहा है. उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन (UPPCL) ने बिजली दरों का जो प्रस्ताव भेजा है उसके मुताबिक घरेलू शहरी उपभोक्ताओं के लिए
बिजली दरों में करीब औसतन 15 से 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है. इसके अलावा नई दरों में उपभोक्ताओं द्वारा वसूले जाने वाले फिक्स्ड चार्ज को भी बढ़ाया जा सकता है. राज्य विद्युत नियामक आयोग अगस्त में 2019-20 की नई बिजली दरों का ऐलान कर सकता है.
ये हो सकती है नई दरे…
UPPCL ने बिजली दरों का जो प्रस्ताव भेजा है उसके मुताबिक नई प्रस्तावित दरों के मुताबिक घरेलू शहरी उपभोक्ताओं के लिए बिजली करीब 25 % प्रतिशत, किसानों के लिए 13 % और बीपीएल दरों में 109 % महंगी हो सकती है. अन्य विद्युत उपभोक्ताओं की दरों में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव किया गया है.
जिन उपभोक्ताओं की बिजली की खपत 150 यूनिट तक है उन्हें अब 4.90 की जगह 6.20 रूपये प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट की खपत वाले उपभोक्ताओं को 5.40 की जगह 6.50 रूपये, 500 यूनिट तक वाले उपभेक्ताओं को 6.20 से बढ़ाकर 7 रूपये तथा इससे ज्यादा खपत वाले उपभोक्ताओं को बिजली अब 6.50 रूपये की जगह 7.50 रूपये प्रति यूनिट पड़ेगी.
बढ़ेगा फिक्स्ड चार्ज..
UPPCL ने शहरी उपभोक्ताओं का फिक्स्ड चार्ज 100 रुपये से बढ़ाकर 110 रुपये, बीपीएल उपभोक्ताओं का फिक्स्ड चार्ज 50 रूपये से बढ़ाकर 75 रुपये किलोवाट और बिना मीटर वाले किसानों को 150 रूपए से बढ़ाकर 170 रुपये प्रति बीएचपी करने का प्रस्ताव भेजा है.
बढ़ोतरी के प्रस्ताव का विरोध
वहीं राजधानी लखनऊ में गुरूवार को हुई जनसुनवाई में नई दरों का जबरदस्त विरोध किया गया. विद्युत नियामक आयोग के गेट पर भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने नई दरों के खिलाफ धरना दिया. साथ ही बढ़ोतरी के प्रस्ताव को वापस लेकर कृषि कार्य के लिये मुफ्त में बिजली मुहैय्या कराये जाने की मांग भी की.