बदायूं — प्रदेश की योगी सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी बड़े पेट वाले माफिया किसान के हक पर डाका डालने से बाज नही आ रहे है ताजा मामला बदायूँ के पीसीएफ विभाग से संबंधित है जहाँ खाद माफियो ने बड़ा खेल करते हुए…
किसानों तक पहुँचने वाली खाद का गोलमार कर गायव कर दिया । मामले की जानकारी होने के बाद पुरे मामले की जाँच डीएम बदायूँ नें कराई । जांच में लगभग 3 करोड़ रुपये का खाद घोटाला सामने आया है । डीएम ने मामले की जांच एआर कोऑपरेटिव को सौंप दी है और दोषियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने मे एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिये है।
किसानों के लिए खाद का संकट बना रहा माफिया ने कर्मचारियों के साथ मिलकर खाद घोटाला कर डाला । लगभग 3100 मीट्रिक टन खाद कहां बेच डाली यह किसी को पता नहीं चला । किसानों को बांटने आई यूरिया,डीएपी और एनपीके खाद रास्ते सें गायब हो गई है
पीसीएफ गोदाम पर 2836 मीट्रिक टन यूरिया,डीएपी 150 मीट्रिक टन,एनपीके 116 मीट्रिक टन गोदाम पर कम मिली स्टाक । इस मामले की जब जिलाधिकारी बदायूं से कुछ लोगों ने इसकी शिकायत की तो उन्होंने जांच कमेटी बनाकर इसकी जांच कराई । जिसमें किसानों को मिलने वाली खाद गोदाम से गायब मिली । जबकि पीसीएफ के स्टाक में वह खाद उपलब्ध है। वहीं पूरे मामले पर एआर कोऑपरेटिव का कहना है कि गोदाम में उर्वरक जांच में कम पाई गई है जबकि स्टॉक रजिस्टर के हिसाब से ज्यादा होनी चाहिये थी । पुरे प्रकरण की रिपोर्ट डीएम को दे दी है जिसमें एफआईआर दर्ज दोषियों के विरुध कार्रवाई की जाएगी ।
वही पूरे मामले पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि किसी के द्वारा शिकायत की गई थी हमने तुरन्त जांच के लीये टीम भेजी जिसमे पीसीएफ के 2 गोदामो में खाद कम पाई गई, विस्तृत जांच एआर कोऑपरेटिव को सौंप दी है दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये है ।
(रिपोर्ट-राहुल सक्सेना,बदायूं)