न्यूज डेस्क— उत्तर प्रदेश के जेलों में बंद कैदियों में कई एड्स के मरीज पाये गए हैं। इस खुलासे ने प्रशासन के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। अब तक की जांच में प्रदेश भर की जेलों में 265 कैदी एचआईवी पॉजिटीव पाया गया हैं।वहीं एनएचआरसी ने नोटिस जारी कर पूछा है कि आखिर जेलों में कैदियों को एड्स कैसे हुआ।
इसमें जेल प्रशासन की लापरवाही मानी जा रही है।जबकि अकेले गोरखपुर जेल में ही 24 कैदी एचआईवी पॉजिटीव पाए गये हैं। दरअसल यह चौकाने वाला खुलासा तब हुआ जब रूटीन चेकअप के दौरान ज्यादा और बार-बार बिमार होने पर डॉक्टरों ने एलिजा टेस्ट कराया, जिसमें एड्स मरीज मिले। इसके बाद पूरी जेल का एलिजा टेस्ट कराया गया।
उधर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव और पुलिस महानिरीक्षक जेल को नोटिस भेजकर रिपोर्ट मांगी है। इसके लिए मानवाधिकार आयोग ने 6 हफ्ते का समय दिया है। 6 हफ्तों में जेल प्रशासन को मानवाधिकार आयोग को विस्तृत रिपोर्ट सौंपनी है। आयोग ने गोरखपुर जेल में एड्स मरीजों के मिलने के बाद यह कार्यवाही की है।बता दें कि उत्तर प्रदेश में 70 जेल हैं। इन सभी जेलों में सभी कैदियों का एलिजा टेस्ट कराया गया, जिसमें 265 कैदियों को एड्स की बीमारी पायी गई।