फर्रुखाबाद–उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले का करथिया गांव शुक्रवार को गोलियों की तड़तड़ाहट और देसी बम के धमाकों से गूंजता रहा। तकरीबन 11 घंटे तक चले इस घटनाक्रम में आखिरकार सुभाष बाथम को मार गिराया गया।
बता दें कि आरोपी सुभाष बाथम ने गुरुवार की दोपहर मोहल्ले के 25 बच्चों को अपने घर बर्थडे पार्टी का बहाना कर के बुलाया था। उसने अपने घर में बने बेसमेंट में सभी बच्चों को बंद कर दिया था। वहां पर उसने हथियार रखे थे। उसने बच्चों को धमकी दी थी कि यदि वे चुप नहीं रहे तो वह उन्हें बम से उड़ा देगा। आरोपी से जब बात करने की कोशिश की गई तो उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया था।
पुलिस अधिकारियों को पता चला कि 25 बच्चों को बंधक बनाया गया है। यह स्थिति पुलिस के लिए भी गंभीर बनती जा रही थी। पुलिस ने सुभाष के एक दोस्त को उससे बातचीत करने के लिए भेजा। सुभाष ने अपने दोस्त पर भी गोली चला दी। पुलिस को स्थिति बेकाबू होती नजर आई, जिसके बाद एटीएस की मदद मांगी गई।
रात 9:00 बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपात बैठक बुलाई। इसमें मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर और गृह विभाग के प्रमुख सचिव भी शामिल हुए। योगी ने फर्रुखाबाद के अधिकारियों से भी बातचीत की और पुलिस अफसरों को फटकार लगाई। सुभाष से जब बातचीत की गई तो उसने अपनी पत्नी और एक 2 साल के बच्चे को घर से बाहर भेजा। सुभाष की पत्नी हाथ में एक पत्र लिए थी। सुभाष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर और टॉइलट जैसी सहूलियतें देने से अधिकारियों ने इनकार कर दिया।
इस दौरान सुभाष की पत्नी, जो कि उस पूर्व नियोजित योजना का हिस्सा थी, वह घर से बाहर निकली तो ग्रामीणों ने उसकी पिटाई कर दी। उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।’