न्यूज डेस्क — 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी व मध्यप्रदेश के पूर्व डीजीपी ऋषि शुक्ल को CBI का नया निदेशक बनाया गया है।
माना जा रहा है कि सरकार ने उनकी सीधे नियुक्ति की है, जबकि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली चयन समिति की दूसरी बार बैठक हुई थी। इसके बाद बताया गया था कि इसमें जांच एजेंसी के डायरेक्टर की नियुक्ति पर कोई फैसला नहीं हो पाया।
वहीं शनिवार को कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने शुक्ला के नाम को मंजूरी दी। हालांकि सीबीआई निदेशक के तौर पर उनका कार्यकाल चार्ज लेने के बाद से दो साल के लिए रहेगा। ऋषि कुमार शुक्ला को काफी तेज-तर्रार अधिकारी माना जाता है।
दरअसल सीबीआई डायरेक्टर के चयन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई दूसरी बैठक में भी किसी नाम पर फैसला नहीं हो सका था। बैठक में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई और कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे। सूत्रों ने कहा कि केंद्र की ओर से जावेद अहमद, रजनीकांत मिश्रा, एसएस देसवाल, शिवानंद झा के नाम आगे बढ़ाए गए थे। लेकिन कांग्रेस के नेता खड़गे ने उन पर आपत्ति जताई और बैठक बेनतीजा खत्म हो गई। इससे पहले 24 जनवरी की बैठक भी बेनतीजा रही थी।
बता दें कि 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषि शुक्ला ग्वालियर के रहने वाले हैं। उनकी शुरुआती पोस्टिंग सीएसपी रायपुर हुई। वे दमोह, शिवपुरी और मंदसौर जिले के एसपी रहे। इसके अलावा 2009 से 2012 तक एडीजी इंटेलिजेंस भी रह चुके हैं। जुलाई, 2016 से जनवरी, 2019 तक मध्यप्रदेश के डीजीपी थे। राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद उन्हें मप्र पुलिस हाउसिंग बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया था।