जम्मूः जम्मू के वैष्णो देवी मंदिर परिसर में बीती रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई. कई घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. नए साल के मौके पर यहां दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई और रात में भगदड़ मच गई. इस हादसे के बाद जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जांच कमेटी बिठा दी है.फिलहाल 8 मृतकों की पहचान हो गई है। जिसमें 6 यूपी, एक हरियाणा और एक जम्मू का रहना है।
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मुआवजे का ऐलान
हादसे को लेकर अब प्रसाशन पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर कोरोना काल में इतनी भीड़ कैसे जुट गई और भीड़ जुटी तो सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं थे? अब घटना के बाद प्रशासन मुस्तैद हुआ और फिर कुछ घंटों बाद भीड़ को काबू किया गया. भीड़ पर नियंत्रण न होने के कारण इस प्रकार की घटना हो गई. इसकी बड़ी वजह लापरवाही बताई जा रही है. हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों को 12-12 लाख एवं घायलों को ढाई-ढाई लाख रुपये आर्थिक मदद की घोषणा कर दी गई है.
वहीं इस हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर शोक जताया है. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने दोपहर बाद नारायणा अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की.इसके बाद वह डीजीपी दिलबाग सिंह के साथ भवन पहुंचे. उन्होंने मौके पर व्यवस्था का जायजा लेते हुए श्रद्धालुओं से बात की.
राहत और बचाव का काम जारी
पुलिस के मुताबिक वहां राहत और बचाव के काम किए जा रहे हैं. भगदड़ में घायल हुए लोगों को पास के अस्पतालों में दाखिल कराया गया है. नए साल पर माता का दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ को भगदड़ का कारण बताया जा रहा है. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद यात्रा फिर से शुरू हो गई है.
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